बिहार में महिलाओं, दलितों और गरीबों के खिलाफ बढ़ रहे अपराध के विरोध में वामदलों ने 02 अगस्त को राज्यव्यापी बंद करने की आज घोषणा की।
वामदलों की हुई बैठक के बाद वाम नेताओं ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि मुजफ्फरपुर अल्पावास गृह यौन शोषण मामले में बिहार की समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा की बर्खास्तगी, उनके पति चंद्रशेखर वर्मा की अविलंब गिरफ्तारी, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस (टीआईएसएस) की रिपोर्ट सार्वजनिक करने तथा राज्य के सभी छात्रावासों, अल्पावास गृहों एवं रिमांड होम में घटित सांस्थानिक यौन उत्पीड़न की जांच पटना उच्च न्यायालय निगरानी में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग पर 02 अगस्त को बिहार बंद की घोषणा की गई है।
वाम नेताओं ने कहा कि मुजफ्फरपुर अल्पावास गृह यौन शोषण मामले में जिस बात की आशंका जाहिर की जा रही थी वह सच हो रही है। इस सांस्थानिक यौन उत्पीड़न के तार सत्ता के शीर्ष पर बैठे नेताओं तक पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में अब तक समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा का नाम सामने आ चुका है। वहीं, सारण जिले में एक स्कूली छात्रा के साथ 18 लोगों द्वारा सामूहिक बलात्कार की घटना भी जगजाहिर है। इस मामले में शिक्षक और सहपाठी ही आरोपी हैं। उन्होंने कहा कि गया, जहानाबाद और पूरे राज्य में महिलाओं के यौन उत्पीड़न की बाढ़ सी आ गई है और बिहार आज महिला उत्पीड़न का केंद्र बनता जा रहा है।