मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उनका मानन है कि विकास का मतलब सामाजिक सोच में परिवर्तन लाना है और इसी उद्देश्य से उनकी सरकार ने राज्य में शराबबंदी कर सामाजिक परिवर्तन की बुनियाद रखी है ।
श्री कुमार ने विकास कार्यों की समीक्षा यात्रा के दौरान कहा कि बिहार में शराबबंदी कर उनकी सरकार ने सामाजिक परिवर्तन की बुनियाद रखी है। उनके लिए विकास का मतलब सामाजिक सोच में परिवर्तन लाना है। अब लोगों की सोच और मानसिकता बदली है, क्योंकि पहले यदि गांव में कोई लड़की साइकिल चलाती हुई दिखाई पड़ती थी तो लोग कहा करते थे कि लड़की हाथ से निकल गई लेकिन अब वह पुरानी बातें हो चुकी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं की मांग पर ही बिहार में शराबबंदी लागू की गई, जिसका नतीजा हुआ कि अब न सिर्फ पूरे राज्य में अमन, चैन कायम है, बल्कि महिला उत्पीड़न के मामले भी नगण्य हो गए हैं। लोगों के घरों में खुशहाली लौटी है, ऐसे में महिलाओं को निरंतर सजग रहने की आवश्यकता है क्योंकि ‘सावधानी हटी, दुर्घटना घटी’ सड़कों पर यह लिखा रहता है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी एवं नशामुक्ति के खिलाफ सशक्त अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन इसके लिए लोगों को आगे आना होगा और लोगों को जागरुक होना होगा।