केन्द्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद और मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने विकास के मार्ग पर साथ-साथ चलने का संकल्प लिया। रविशंकर ने कहा कि आईटी का जाल बिछाना चाहते हैं तो मांझी ने कहा- कहां चाहिए जमीन, हम देंगे। पटना में सॉफटवेयर टेक्नॉलोजी पार्क ऑफ इंडिया (एस टी पी आई) के पटना केन्द्र में नयी इन्क्यूवेशन सुविधा का शिलान्यास किया गया। इस दौरान केंद्र व राज्य सरकार ने एक स्वर से मदद का भरोसा दिलाया, ताकि मेक इन इंडिया के तर्ज पर मेक इन बिहार का सपना साकार हो सके।
नौकरशाहीडॉटइ डेस्क
इस मौके पर श्री प्रसाद ने दरभंगा और भागलपुर में भी सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया तथा मुजफ्फरपुर और बक्सर में राष्ट्रीय इलेक्ट्रानिकी एवं सूचना प्रौवैद्यिकी संस्थान (एनआईईएलआईटी) का केन्द्र खोलने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि बिहार में आठ से दस बीपीओ सेंटर भी खोले जायेंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गांव-गांव को आप्टिकल फाइबर से जोड़ा जा रहा है और ब्राड बैंड कनेक्टिविटी दी जा रही है। मुख्यमंत्री मांझी ने कहा कि सभी जिलों को ई-जिला के रूप में बदला जा रहा है। इसके साथ ही कुछ प्रमुख जिलों में सरकार मुफ्त वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास में है।
विकास के लिए प्रतिबद्ध इस कार्यक्रम में दलीय व वैचारिक सीमाएं भी समाप्त हो गयीं। कल तक मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांगने वाले भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि आईटी क्षेत्र की बड़ी कम्पनियों को बिहार बुलाने का प्रयास किया जाना चाहिए। इस अवसर पर विधायक अरूण कुमार सिन्हा, पूनम देवी, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव आर एस शर्मा, एस.टी.पी.आई. के महानिदेशक ओंकार राय, निदेशक आर.एस पांडा, बिहार के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रधान सचिव त्रिपुरारी शरण और भारत संचार निगम लिमिटेड के महाप्रबंधक शिवलाल सिंह के अलावा कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
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