मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि उनकी सरकार विकास के मुद्दे पर समाज के किसी तबके की उपेक्षा नहीं होने देना चाहती है और इसके लिए हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं।
श्री कुमार ने राजगीर में नालंदा जिले के हिलसा के अनुमंडलीय कार्यालय के समीप आयोजित कार्यक्रम में 207.492 लाख रुपये की लागत की तीन योजनाओं का उद्घाट्न एवं 31017.87 लाख रुपये की 31 योजनाओं का शिलान्यास रिमोट के माध्यम से करने के बाद आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अनुसूचित जाति-जनजाति, पिछड़े वर्ग, अल्पसंख्यक वर्ग सभी के विकास के लिए काम किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह समाज के किसी तबके की उपेक्षा नहीं होने देना चाहते हैं और सबकी सेवा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “बिहार में न्याय के साथ विकास किया जा रहा है। हर क्षेत्र और हर तबके के लिए काम किया जा रहा है। हम समाज के किसी तबके की उपेक्षा नहीं होने देना चाहते हैं, हम सबकी सेवा करना चाहते हैं।।”
मुख्यमंत्री ने नालंदा विश्वविद्यालय को राज्य के गौरव का प्रतीक बताया और कहा कि बिहार का गौरवशाली अतीत रहा है। यह बुद्ध के ज्ञान की भूमि, महावीर के जन्म, ज्ञान एवं निर्वाण की भूमि रही है। शिक्षा के बल पर फिर से उस गौरवशाली इतिहास को प्राप्त कर सकते हैं। श्री कुमार ने कहा कि बिहार पिछड़ा राज्य होने के बाद भी 11.3 प्रतिशत के विकास दर के साथ पूरे देश में अव्वल है। सरकार ने जो निश्चय किया है उसे पूर्ण करने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। बिहार के उस गौरवशाली इतिहास को प्राप्त करने के लिए आपसी भाईचारा रखना होगा और शिक्षित होना होगा।