वित्तमंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने नोटबंदी से उत्पन्न नकदी की समस्या के बीच नई शाखा और एटीएम शुरू करने के निर्धारित लक्ष्य नहीं हासिल करने पर बैंकों को फटकार लगाते हुये कहा कि ऐसे बैंकों को सरकारी राशि से वंचित करने के लिए शीघ्र निर्देश जारी किये जाएंगे।
श्री सिद्दीकी ने पटना में राज्यस्तरीय बैंकर्स कमेटी की बैठक के बाद कहा कि लक्ष्य प्राप्त करने से चूकने वाले बैंकों को सरकारी राशि से वंचित करने के लिए प्रमंडलीय आयुक्त एवं जिलाधिकारियों समेत संबंधित विभागों को शीघ्र निर्देश जारी किये जाएंगे। बैठक में कई बैंक अधिकारियों की अनुपस्थिति के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार करते हुये वित्त मंत्री ने कहा कि अगली बैठक में बैंकों के निदेशकों को शामिल होने के निर्देश दिये गये हैं ताकि सरकार और बैंकों के बीच सही तालमेल बनाने में आ रही दिक्कतों को दूर किया जा सके।
वित्त मंत्री ने कहा कि राज्य में जारी वर्ष के दौरान 35 वाणिज्यिक बैंकों को कुल 1340 शाखा खोलने के निर्देश दिये गये थे, जबकि इसके मुकाबले 15 दिसंबर तक केवल 70 शाखाएं ही खोली जा सकीं। इसी तरह 300 ग्रामीण बैंक शाखा खोली जानी थी लेकिन बैंकों ने मात्र 17 शाखाएं ही खोली जबकि इस दिशा में सहकारी बैंकों का योगदान नगण्य रहा। पूरे राज्य में कुल 1640 बैंक शाखा खोलने के निर्धारित लक्ष्य के मुकाबले बैंकों ने केवल 87 शाखाएं खोली।
श्री सिद्दीकी ने कहा कि इस दौरान दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में प्राप्त कुल 8326 आवेदनों में से 7155 आवेदनों को स्वीकृति प्रदान की गई।