बिहार के वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा है कि हमारी प्राथमिकता वित्तीय प्रबंधन को सुदृढ़ और मजबूत बनाना है। दस वर्षों बाद सत्ता में लौटे श्री सिद्दीकी ने कहा कि विभाग प्रोफेशनल एटीट्यूट अपनाएगा, ताकि विकास प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में तकनीकी बाधाओं को कम किया जा सके।
वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी के साथ
वीरेंद्र यादव की बातचीत
अपने मंत्रालय में नौकरशाहीडॉटकॉम के साथ खास बातचीत में सिद्दीकी ने कहा कि उनका विभाग तय समय सीमा के अंदर और पूरी पारदर्शिता के साथ कार्यों का निबटारा करेगा, ताकि विकास योजनाओं को कार्यरूप देने में अनावश्यक विलंब नहीं हो। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ‘नीतीश निश्चय’ को जमीन पर उतारना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। सरकार जनादेश के अनुरूप काम करेगी और गरीबों के कल्याण कार्यो को तेजी से निपटाया जाएगा।
दस साल बाद सत्ता में लौटे
2005 में सत्ता से बेदखल होने के समय श्री सिद्दीकी के पास वाणिज्य कर जैसे महत्वपूर्ण विभाग थे। और जब वे वापस सत्ता में लौटे हैं तो उन्होंने नयी पारी वित्त विभाग के साथ शुरू की। अपने पिछले कार्यकाल में उन्होंने दर्जन भर विभागों का कामकाज संभाला था। उन्होंने कहा कि उनके पुराने अनुभव नये कार्यकाल में काम आएंगे। श्री सिद्दीकी ने कहा कि जन अपेक्षाओं के अनुरूप सरकार काम करेगी। उन्होंने कहा कि जनता ने राजद, जदयू और कांग्रेस को संयुक्त रूप से सत्ता सौंपी है। तीनों पार्टियों के अपने-अपने जनाधार हैं और उनकी अपेक्षाएं हैं। महागठबंधन सरकार सबकी अधिकतम अपेक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता अगले बजट सत्र की तैयारी है। इस दिशा में वे काम भी कर रहे हैं।