नौकरशाही के गलियारे में यह खबर तेजी से फैल रही है कि विदेश सचिव के पद से हटाये जाने के बाद सुजाता सिंह ने सेवा से ही त्याग पत्र दे दिया है. अभी इसकी पुष्टि होना बाकी है.
गौरतलब है कि सुजाता सिंह का कार्यकाल अभी छह महीने और बचा ता लेकिन नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने सुजात की जगह अचानक एस जयशंकर को विदेश सचिव बना दिया. सुजाता सिंह को इस बात का अभास भी नहीं रहा होगा कि उन्हें पद से हटाया जाने वाला है.
नये विदेश सचिव सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने आज सुबह साउथ ब्लॉक स्थित विदेश मंत्रालय में अपना कार्यभार संभाल लिया।
बुधवार देर रात विदेश सचिव सुजाता सिंह को निर्धारित कार्य अवधि से छह माह पहले ही तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया गया और अमेरिका में भारत के राजदूत जयशंकर को नया विदेश सचिव नियुक्त करने संबंधी आदेश जारी किये गये थे।
सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार शाम हुई मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति की बैठक में यह फैसला लिया था।
सुजाता सिंह 1976 बैच की अफसर हैं और वह जर्मनी की राजदूत रह चुकी हैं. सुजता ने विदेश सचिव का पद जून 2013 में संभाला. उनका कार्यकाल 31 जुलाई 2015 तक का था. लेकिन सरकार ने उनके कार्यकाल के छह माह पहले ही उन्हें पद मुक्त कर दिया. सूत्रों के अनुसार सुजाता सिंह ने सेवा से त्यागपत्र भी दे दिया है.