बिहार विधानमंडल का बजट सत्र आज शुरू हो गया और सत्र के पहले दिन राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में सरकार की उपलब्धियां तथा भविष्य के कार्यक्रमों की चर्चा करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चम्पारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष में इस वर्ष 10 अप्रैल से अगले वर्ष 21 अप्रैल तक अनेक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे ।
श्री कोविंद ने विधानमंडल की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चम्पारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष को यादगार बनाने के लिये 10 अप्रैल 2017 से 21 अप्रैल 2018 तक अनेक कार्यक्रम आयोजित करने के लिये रूप रेखा तैयार कर ली है । उन्होंने कहा कि इस आयोजन का शुभारंभ “ राष्ट्रीय विमर्श ” से किया जायेगा, जिसमें प्रख्यात गांधी विचारकों को आमंत्रित कर उनके विचारों को साझा किया जायेगा ।
राज्यपाल ने कहा कि शताब्दी वर्ष में बापू के व्यक्तित्व , कृत्य और विचारों को घर-घर तक पहुंचाया जायेगा तथा गांव-गांव तक ऑडियो विजुअल वाहनों के माध्यम से भी इनका प्रचार -प्रसार किया जायेगा । साथ ही स्वतंत्रता सेनानी समारोह का भी आयोजन किया जायेगा । उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त गांधी जी के चम्पारण सत्याग्रह से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों पर टावर , स्मृति पार्क , स्मारक और स्मृति पट्टिका का भी निर्माण कराया जायेगा ।
श्री कोविंद ने कहा कि सिखो के दसवें गुरू श्री गुरूगोविंद सिंह महाराज के 350 वें प्रकाश पर्व का राज्य सरकार ने सफल आयोजन किया, जिससे राज्य गौरवान्वित है । श्री कोविंद ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता राज्य के सभी लोगों को न सिर्फ पेयजल , शौचालय और बिजली जैसी मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने की है बल्कि सड़क , गली -नाली और पुल आदि आधारभूत संरचनाओं का विस्तार करना भी है । राज्य सरकार युवाओं और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ उनके लिये उच्च , व्यावसायिक एवं तकनीकी शिक्षा की व्यवस्था कर रही है । उन्होंने कहा कि सरकार ने इन्हीं बिन्दुओं को समाहित करते हुए विकसित बिहार के सात निश्चय की रूप -रेखा तैयार की तथा उन्हें सुशासन के कार्यक्रम 2015-20 में शामिल किया ।