बिहार विधान परिषद में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सदस्यों ने खगड़िया जिले में दलित परिवारों पर अत्याचार तथा रोहतास जिले में दो महादलित बहनों के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना को लेकर भारी शोरगुल और नारेबाजी की, जिसके कारण सदन की कार्यवाही को पांच मिनट बाद ही भोजनावकाश तक के लिये स्थगित कर दी गयी। विधान सभा की बैठक भी शुरू होते ही भाजपा के हंगामे के कारण स्थगित कर दी गयी।
सभापति अवधेश नारायण सिंह के आसन ग्रहण करते ही भारतीय जनता पार्टी के लाल बाबू प्रसाद ने खगड़िया जिले के परवत्ता प्रखंड के नया गांव में दलित परिवारों पर दबंगों द्वारा अत्याचार, मार-पीट एवं बेघर किये जाने तथा रोहतास जिले के सासाराम में 15 जुलाई को दो महादलित बहनों के साथ उसके भाई के समक्ष बलात्कार तथा मार-पीट किये जाने का मामला उठाया । सभापति ने इस मामले को प्रश्न काल के बाद उठाने का आग्रह किया लेकिन सदस्य नहीं माने ।
इसके बाद भाजपा के रजनीश कुमार, मंगल पांडेय, सत्येन्द्र नारायण कुशवाहा, सूरजनंदन कुशवाहा, संजय मयूख, प्रो0 नवल किशोर यादव, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के संजीव श्याम सिंह और लोक जनशक्ति पार्टी की नूतन सिंह सदन के बीच में आकर शोरगुल और नारेबाजी करने लगी । राजग सदस्यों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।