बिहार में बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच राष्ट्रीय जनता दल ने आज आरोप लगाया और कहा कि जनादेश की डकैती कर मुख्यमंत्री बने नीतीश कुमार के खिलाफ हत्या के एक मामले में पहले ही संज्ञान लिया जा चुका है और यदि वह इस्तीफा नहीं करते हैं तो कल से शुरू हो रहे विधानसभा की कार्यवाही नहीं चलने दी जायेगी।
राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचन्द्र पूर्वे, पूर्व सांसद जगदानंद सिंह, पूर्व मंत्री अब्दुलबारी सिद्दीकी और राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राजद विधायक दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव पर अभी आरोप ही लगे हैं लेकिन मुख्यमंत्री के खिलाफ हत्या के मामले में संज्ञान लिया जा चुका है। श्री कुमार ने चुनाव आयोग को दिये शपथ पत्र में भी इस मामले को स्वीकार किया है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि यह जीरो टॉलरेंस की कैसी नीति है।
नेताओं ने कहा कि श्री कुमार के खिलाफ संज्ञान लिये जाने के बाद भी मुख्यमंत्री के पद को उन्होंने ठुकराया नहीं। श्री कुमार के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 302 और 307 के तहत मामला चल रहा है, जिसे दबाने का भी प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि 27 अगस्त को पटना के गांधी मैदान में पार्टी की ओर से आयोजित होने वाली विपक्षी दलों की महाकुंभ रैली के कारण केन्द्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार काफी परेशानी में थी।
राजद नेताओं ने कहा कि वर्तमान समय में विपक्षी दलों के समक्ष देश को साम्प्रदायिक शक्तियों से बचाना सबसे बड़ी चुनौती है। देश को खंडित करने का प्रयास किया जा रहा है।