बिहार विधानसभा में आज मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने बिहार कर्मचारी चयन आयोग के पेपर लीक मामले की केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो से जांच कराने की मांग और इसी मामले में गिरफ्तार आयोग के अध्यक्ष सुधीर कुमार की गिरफ्तारी का विरोध करने वाले भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को सरकार की ओर से नोटिस जारी किये जाने के खिलाफ जमकर हंगामा किया ।
विधानसभा में शून्यकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार ने कहा कि पेपर लीक मामले में गिरफ्तार आयोग के पूर्व सचिव परमेश्वर राम ने नया खुलासा किया है कि एएनएम बहाली में भी धांधली हुई है। इस मामले में राज्य के कई मंत्रियों और विधायकों की संलिप्तता है । इसलिए इस मामले की सीबीआई से जांच होनी चाहिए । उन्होंने कहा कि आईएएस एसोसियेशन ने भी इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है लेकिन उन्हें सरकार की ओर से धमकाया जा रहा है । कई आईएएस को सरकार ने नोटिस भी जारी किया है ।
संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि भाजपा के सदस्य शून्यकाल को बर्बाद कर रहे है और ध्यानाकर्षण को भी बाधित करने की कोशिश कर रहे है । नेता प्रतिपक्ष को कार्य संचालन नियमावली से कोई मतलब नहीं है और जब -तब वे सदन में खड़े हो जाते है । शोरगुल के बीच ही शिक्षामंत्री अशोक चौधरी और खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री मदन सहनी ने ध्यानाकर्षण सूचनाओं को जवाब दिया ।