बिहार कैबिनेट ने अपने विधायकों-विधान पार्षदों के जीवन को और भी आलीशान बनाने का फैसला कर दिया है. एक तरफ उन्हें सैरसपाटे के लिए सालाना दो लाख रुपये मिलेंगे तो दूसरी तरफ एक लाख के फर्निचर पर बैठकी लगा सकेंगे.
पहले उन्हें विधायक चुने जाने के बाद 50 हजार रुपये फर्निचर के लिए मिला करते थे. लेकिन कैबिनेट ने यह राशि बढ़ा कर एक लाख रुपये कर दी है. इसी तरह पहले विधायकों को सालाना एक लाख रुपये हवाई या रेल सफर के लिए मिला करते थे. अब यह राशि बढ़ा कर दो लाख रुपये कर दी गयी है.
बिहार विधान मंडल के सदस्यों का वेतन 30,000 रुपये प्रतिमाह है.वर्तमान में क्षेत्रीय भत्ता 45,000 रुपये है. स्टेशनरी के लिए 6,000 रुपये, निजी सहायक की सुविधा के लिए 20,000 प्रतिमाह है.
वहीं बिहार विधानमंडल सदस्यों को पटना में हर निवास दिन के लिए दैनिक भत्ता 2,000, राज्य के भीतर भ्रमण करने पर 20 दिनों के लिए दैनिक भत्ता अब 1,500 रुपये प्रतिदिन तथा राज्य के बाहर 15 दिनों के लिए दैनिक भत्ते के तौर 2,500 रुपये प्रतिदिन मिलता है.
इसी तरह विधान मंडल सदस्यों को गाड़ी खरीदने के लिए लोन की सुविधा 10 लाख रुपये है.
इसके अलावा विधान मंडल सत्र के दौरान मिलने वाला भत्ता, अन्य सुविधायें भी हैं. इस तरह देखें तो एक विधायक को प्रति माह 2.5 लाख रुपये तक प्राप्त होते हैं.