बिहार विधानसभा में विधायकों की अनुशंसा पर क्रियान्वित होने वाली योजनाओं को बंद किये जाने के विरोध में भाजपा के सदस्यों ने शोरगुल और नारेबाजी की । विधानसभा में प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद सभाध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने भाजपा के अरूण कुमार सिन्हा , विनोद कुमार सिंह और तारकिशोर प्रसाद के कार्यस्थगन प्रस्ताव को नियमानुकूल नहीं पाते हुए अमान्य कर दिया ।
इस पर प्रतिपक्ष के नेता डा.प्रेम कुमार ने कहा कि विधायकों की अनुशंसा पर पूरे राज्य में चल रही योजनाओं को बंद किया जा रहा है, जो विधायकों के अधिकार में कटौती है । उन्होंने कहा कि इन योजनाओं को बंद कर सरकार न सिर्फ विधायकों का अधिकार छीन रही है बल्कि इससे राज्य का विकास भी अवरूद्ध होगा । डा. कुमार ने कहा कि विधायकों की अनुशंसा पर क्रियान्वित होने वाली मुख्यमंत्री चापाकल योजना और मुख्यमंत्री नगर विकास योजना को बंद किया जा रहा है । सरकार को इस पर तुरंत सदन में अपनी राय बतानी चाहिए । इसी बीच भाजपा के सदस्य शोरगुल और नारेबाजी करते हुए सदन के बीच में आ गये ।
शोरगुल और हंगामे के बीच ही सभाध्यक्ष ने शून्यकाल को जारी रखा । भाजपा के सदस्य
जहां एक ओर नारेबाजी कर रहे थे, वहीं दूसरी ओर पार्टी के कुछ सदस्य शून्यकाल की सूचना
पढ़ रहे थे । इस पर संसदीय कार्यमंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि भाजपा सदस्यों का नेता प्रतिपक्ष पर से विश्वास उठ गया है और यही कारण है कि भाजपा के आधे सदस्य सदन के बीच में आकर नारेबाजी कर रहे है वहीं आधे सदस्य शून्यकाल की सूचना पढ़ रहे है ।