पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार ने भाजपा के विजन डॉक्यूमेंट (दृष्टिपत्र) को भाजपा की नकारात्मक और विभाजनकारी सोच का दस्तावेज़ बताया है।
आज पटना में जारी बयान में उन्होंने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली चुनाव के लिए दृष्टि पत्र प्रकाशित किया है। उन्होंने कहा आठ महीने से अधिक समय से जो पार्टी केंद्र में सरकार चला रही है, उसके दृष्टि पत्र में कुछ तो दृष्टि होनी चाहिए ?
श्री कुमार ने कहा कि इस तरह का विचार दिल्ली की मिश्रित संस्कृति पर कुटिल व्यंग है । भाजपा केंद्र में रहने के बावजूद यह नहीं जानती कि दिल्ली किसकी है और यहाँ की संस्कृति क्या है ? क्या देश के किसी राज्य के छात्र –छात्रा को दिल्ली में जाकर शिक्षा और रोज़गार प्राप्त करने का अधिकार नहीं है ? उन्होंने कहा कि दिल्ली का कोई भी कॉलेज देख लीजिये, देश भर के एक से एक कुशाग्र विद्यार्थी वहां पढ़ते हैं और इस मिश्रण से न केवल पढ़ने वाले लाभान्वित होते हैं, बल्कि कॉलेज के शिक्षा का स्तर भी बेहतर होता है ।
श्री कुमार ने पूछा कि भाजपा के पास जब दिल्ली के लिए एक बेहतर दृष्टि नहीं है तो देश के लिए क्या होगी ? भाजपा सरकार चला सकती है परंतु देश नहीं चला सकती क्योंकि इनके पास सबको साथ लेकर चलने वाली सोच ही नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र 31 प्रतिशत मतों की सरकार है, सबको साथ लेकर चलना न इनकी नीयत है और न ही नीति। इसलिए दिल्ली के मतदाताओं को भाजपा को पराजित कर यह सन्देश देना चाहिए कि दिल्ली समस्त देशवासियों की है ।