अन्य पार्टियों पर जातिवादी होने का आरोप लगाने वाली भाजपा नेता ने आज गिनाया कि बिहार से पहली बार रविदास समाज से दो लोगों को राज्यपाल बना कर नरेंद्र मोदी ने उन्हें सम्मान दिया है.
सुशील मोदी ने पटना के कृष्ण मेमोरियल हॉल में सिक्किम के राज्यपाल गंगा प्रसाद के अभिनन्दन में आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि रविदास समाज से आने वाले सत्यनारायण आर्य और बेबी कुमारी मौर्य को राज्यपाल बना कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समाज के सबसे दबे-कुचले वर्ग को सम्मान दिया है. सुशील मोदी समेत भाजपा के तमाम बड़े नेता विरोधी पार्टियों खास कर राजद, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को जातिवादी राजनीति करने का आरोप लगाते रहे हैं. लेकिन जब भी जातियों के तुष्टीकरण की बात आती है तो भाजपा इस मामले में दो कदम आगे नजर आती है. आज जब बिहार के आरआसएस के कैडर गंगा प्रसाद के अभिनंदन समारोह का आयोजन हुआ तो मोदी ने अपने भाषण में जातिवादी कार्ड खेलने में कोई कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने बिहार से बने राज्यपालों की लिस्ट उंगलियों पर गिनानी शुरू की और बता दिया कि रविदास जाति के दो बिहारियों को उनकी पार्टी ने राज्यपाल बना कर उनको सम्मानित किया है.
उन्होंने गंगा बाबू को अजातशत्रु बताते हुए कहा कि राज्यपाल बनने के पीछे उनकी 50 साल की तपस्या है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज बिहार के तीन शख्सीयत देश के तीन राज्यों के राज्यपाल हैं। पहली बार देश के 5 राज्यों की राज्यपाल महिला हैं।
श्री मोदी ने कहा कि केन्द्र सरकार ने पिछड़ा वर्ग को मान-सम्मान देने के लिए पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा प्रदान किया है। केन्द्र सरकार कपूर्री फर्मूले की तर्ज पर केन्द्र सरकार की नौकरियों के लिए पिछड़े वर्गों की सूची को दो या तीन भाग में श्रेणीबद्ध कर रही है। इससे पिछड़े वर्ग के सर्वाधिक पिछड़ों को लाभ मिलेगा। केन्द्र व राज्य की सरकार समाज के सभी वर्गों के वंचित तबकों के विकास के लिए प्रयासरत है।
बिहार के जर्दालु आम, कतरनी चावल और मगही पान की जी आई टैंगिंग होने से पूरी दुनिया में पहचान बनी है। पान किसानों को अनुदान दिलाने की दिशा में राज्य सरकार तेजी से काम कर रही है। इस्लामपुर पान अनुसंधान केन्द्र को और सृदृढ़ करने की दिशा में केन्द्र सरकार ने पहल की है।
गंगा बाबू वैश्य समाज, आर्यसमाज व चौरसिया समाज के संगठनों से जुड़ कर अनवरत समाज सेवा में लगे रहे, अपनी पहचान बनाई। पार्टी ने इन्हें तीन-तीन बार विधान परिषद का सदस्य मनोनीत किया। दरअसल गंगा बाबू का सम्मान भाजपा के लाखों कार्यकर्ताओं का मान-सम्मान है।