संजीवनी के लिए दिल्ली-पटना की दौड़ लगा रहे नीतीश कुमार की संभावनाओं को साइकिल (सपा का चुनाव चिह्न) ने रौंद दिया है। ‘यादव परिवार’ की परिक्रमा कर रहे नीतीश कुमार थक नहीं रहे हैं, लेकिन मुलायम सिंह ने संकेत दे दिया है कि सत्तारुढ़ होने के कारण फिलहाल वह अपनी पार्टी का नाम व चुनाव चिह्न का त्याग नहीं कर सकते हैं। इसके बाद महाविलय की संभावना पर ग्रहण लग गया है। उधर लालू यादव और शरद यादव समाजवादी पार्टी में अपनी पार्टी के विलय के लिए तैयार नहीं हैं।
नौकरशाही डेस्क
इस विपरीत परिस्थितियों के बीच नीतीश कुमार सपा, राजद व जदयू के विलय को लेकर लगातार प्रयासरत हैं। आज नई दिल्ली में मुलायम सिंह के आवास पर बैठक हुई। इसमें विलय की कवायद पर चर्चा हुई। बैठक के बाद राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव तथा जदयू के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार ने बताया कि विलय प्रक्रिया के लिये अधिकृत सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव जल्दी ही जनता दल.एस. के प्रमुख एच डी देवेगौडा तथा इंडियन नेशनल लोकदल के नेताओं के साथ बैठक करेंगे। अगली औपचारिक बैठक की तिथि मुलायम सिंह यादव निर्धारित करेंगे। आज की बैठक में मुलायम सिंह यादव, जदयू प्रमुख शरद यादव, राजद के लालू प्रसाद यादव, नीतीश कुमार आदि मौजूद थे।
लालू प्रसाद यादव ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने ठग कर लोगों से वोट लिया था। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं ने 24 घंटे बिजली देने का वादा किया था, लेकिन असलियत यह है कि बिजली है ही नहीं। लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार पिछले चार दिनों से राजधानी में इस बैठक के लिये मुलायम सिंह यादव का इंतजार कर रहे थे। गत चार दिसम्बर को जनता परिवार के दलों की बैठक में विलय के लिये श्री मुलायम सिंह यादव को अधिकृत किया गया था।
शरद पर मांझी पर चुप्पी
जनता दल .यू. के अध्यक्ष शरद यादव ने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को बदले जाने को लेकर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। जनता परिवार के दलों की बैठक के बाद श्री यादव ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि श्री मांझी को बदलना आज की बैठक का एजेंडा नहीं है।
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