विलुप्त होती पक्षी गोरैया के प्रति लोगों में सजगता और चेतना जागृत करने वाले पत्रकार संजय कुमार ने अपनी तस्वीरों की प्रदर्शनी पटना के मिथिलेश स्टेडियम में आयोजित हुई है.
मोबाइल टावरों की बढ़ती संख्या और पेड़ों के घटने से विलुप्त हो रही गोरैया को लेकर राजधानी पटना में आज लगाई गई प्रदर्शनी ने एक बार फिर पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण इस पक्षी की उपयोगिता का एहसास करा दिया।
बिहार पुलिस की मेजबानी में यहां मिथलेश स्टेडियम में आयोजित 65वीं ऑल इंडिया पुलिस चैंपियनशिप रेसलिंग क्लस्टर के दाैरान वरिष्ठ पत्रकार, लेखक एवं गौरेया संरक्षण में सक्रिय संजय कुमार की खींची हुई गौरेया की फोटो की प्रदर्शनी लगाई गई है। जो ३१ जनवरी तक चलेगी। कुछ साल पहले तक अक्सर घर की छतों और आंगन में दिखने वाली गोरैया अब बमुश्किल ही नजर आती है और ऐसे में इस प्रदर्शनी ने लोगों को फिर से पुराने दिनों में लौटने को मजबूर कर दिया।
प्रदर्शनी में आने वाले लोगों से मिल रही सकारात्मक प्रतिक्रिया से उत्साहित श्री कुमार का कहना है कि मोबाइल टावरों से उत्सर्जित होने वाले विकिरण समेत कई कारणों से गौरेया की तादाद पिछले कुछ सालों में अप्रत्याशित रूप से घटी है। उन्होंने कहा कि बिहार की राजकीय पक्षी होने के बावजूद यह देश के साथ ही राज्य से भी विलुप्त हो रही है जिसे बचाने की जरूरत है।
पिछले कुछ सालों से श्री कुमार खुद अपने घर पर गौरेया के संरक्षण का प्रयास कर रहें हैं, जिसके लिए पिछले वर्ष बिहार सरकार के वन और पर्यावरण संरक्षण विभाग ने उन्हें सम्मानित भी किया है।