केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को रणवीर सेना के कथित ‘खूनख्वार आतंकी’ ब्रह्मेश्वर मुखिया से संबंध की रिपोर्ट जारी करने वाले अमिताभ कुमार दास के बचाव में यूपी कैडर के आईपीएस अमितभा ठाकुर कूद पड़ें हैं.
अमिताभ ठाकुर ने कहा है कि सही प्रशासनिक दृष्टिकोण के अनुसार श्री दास जैसे वरिष्ठ आईपीएस अफसर की कही गयी बात को सही समझते हुए उनके साहस की प्रशंसा करनी चाहिए, जब तक वे गलत साबित नहीं हो जाती हैं.
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अमिताभ ठाकुर ने बिहार के मानवाधिकार आयोग के एसपी अमिताभ कुमार दास के पक्ष में एक दो पन्ने का पत्र बिहार राज्य मानवादिकार आयोग यानी बीएचआरसी अध्यक्ष जस्टिस बिलाल नाजकी के साथ केन्द्रीय गृह सचिव और बिहार के प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि सही प्रशासनिक दृष्टिकोण के अनुसार श्री दास जैसे वरिष्ठ आईपीएस अफसर की कही गयी बात को सही समझते हुए उनके साहस की प्रशंसा करनी चाहिए, जब तक वे गलत नहीं साबित नहीं हो जाती हैं.
आईपीएस दास ने किया स्वागत
इस बीच आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने आईपीएस अमिताभ ठाकुर के बयान का स्वागत करते हुए कहा है कि उन्हें खुशी है कि ठाकुर जी उनके साहस की हिमायत में आये हैं. उन्होंने कहा कि अगर इसी तरह ईमानदार अफसर एक संग खड़े हो जायें तो क्रिमनल्स के छक्के छूट जायेंगे.
अमिताभ ठाकुर ने पत्र की एक प्रति नौकरशाही डॉट इन को भी भेजी है. इसमें साफ लिखा है कि अखिल भारतीय सेवा आचरण नियमावली में अगस्त 2014 को हुए नवीनतम संशोधन, जिसमे प्रत्येक आईपीएस अफसर से संविधान की सर्वोच्चता और लोकतान्त्रिक मूल्यों के प्रति वचनबद्ध रहने और भारत की संप्रभुता और अखंडता और देश की सुरक्षा और लोक व्यवस्था की रक्षा करने की अपेक्षा की गयी है, का हवाला देते हुए श्री ठाकुर ने कहा कि श्री दास ने जो भी किया वह इन नियमों के तहत उनकी ड्यूटी में आता है.
गौरतलब है कि 1994 बैच के बिहार कैड़र के आईपीएस अफस अमिताभ कुमार दास ने पिछली रविवार को जारी अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि केंद्रीय राज्य मंत्री गिरिराज सिंह ने ब्रह्मेश्वर मुखिया जो खूनख्वार आतंकी है को गांधीवादी बताया. दूसरी तरफ अपनी रिपोर्ट में कहे शब्दों पर अडिग रहते हुए बीएचारसी के एसपी अमिताभ दास ने कहा है कि ‘कार्रवाई तो गिरिराज सिंह के खिलाफ होनी चाहिए जिन्होंने प्रतिबंधित रणवीर सेना के संस्थापक अध्यक्ष ब्रह्मेश्वर मुखिया को ‘गांधीवादी’ करार दिया था’.
इस बीच यूपी कैडर के आईपीएस अमितभा ठाकुर ने एक तरह से बीएचआरसी के सदस्य और बिहार के पूर्व डीजीपी के उस नोटिस को चुनौती दी है जिसमें उन्होंने अमिताभ दास से कहा है कि उन्होंने किस हसियत से केंद्रीय मंत्री के खिलाफ रिपोर्ट भेजी. आईपीएस अमिताभ ठाकुर इस मामले साफ कहा है कि ‘इस बात से कोई अंतर नहीं पड़ता कि श्री दास फील्ड ड्यूटी की जगह बीएचआरसी में तैनात हैं. अतः श्री दास द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच करने, उन पर आवश्यक कार्यवाही की जाये’.
अमिताभ ठाकुर ने बीएचआरसी से अनुरोध किया है कि श्री दास के खिलाफ तभी कार्यवाही की जाए जब यह साबित हो जाए कि उनके आरोप गलत थे और किसी गलत उद्देश्य से लगाए गए थे.