पिछले 15 महीनों से प्रकाशित हो रही मासिक पत्रिका ‘वीरेंद्र यादव न्यूज’ अब वेब जर्नलिज्म की दुनिया में प्रवेश कर गयी है। अब प्रिंट, फेसबुक और ईमेल के साथ वीरेंद्र यादव न्यूज वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। इसकी वेब साइट की लांचिंग 26 फरवरी को गांधी संग्रहालय में आयोजित ‘युवा संवाद’ कार्यक्रम में की गयी। युवा संवाद का विषय था- सोशल मीडिया का बढ़ता दायरा और हस्तक्षेप। युवा संवाद का आयोजन वीरेंद्र यादव न्यूज की ओर से किया गया था। युवा संवाद का फेसबुक पर सीधा प्रसारण किया गया। इसका अच्छा रिस्पॉस भी मिला।
युवा संवाद कार्यक्रम में हुई वेबसाइट की लांचिंग
फेसबुक पर कार्यक्रम का हुआ सीधा प्रसारण
युवा संवाद को संबोधित करते हुए वीरेंद्र यादव न्यूज के संपादक वीरेंद्र यादव ने कहा कि बीवाइएन की वेबसाइट खबरों को नये अंदाज में पेश करने का प्रयास करेगा। हम खबरों की भीड़ से अलग खास खबर पर फोकस करेंगे। खबरों को नयी शैली में प्रस्तुत करने का प्रयास करेंगे। मासिक पत्रिका वीरेंद्र यादव न्यूज की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि पत्रिका ने अपने सोलह अंकों में खबरों को लेकर अपनी नयी पहचान बनायी है।
नौकरशाहीडॉटकॉम के संपादक इर्शादुक हक ने सोशल मीडिया की तकनीकी पक्ष की चर्चा करते हुए कहा कि इसमें शेयर और लाइक का मजबूत गणित है। हमारा पोस्ट जितना लाइक या शेयर होगा, उसकी उतनी ही पहुंच बढ़ेगी। उन्होंने सोशल मीडिया के आर्थिक पक्ष पर भी प्रकाश डाला। सोशल मीडिया का हस्तक्षेप की चर्चा करते हुए भाजपा नेता इंजी अजय यादव ने कहा कि सोशल मीडिया खासकर फेसबुक और टि्वटर ने खबरों की गति बढ़ा दी है। उसका दायरा बढ़ा दिया है। फालोअर्स बढ़ाने की होड़ मच गयी है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया का सकारात्मक पक्ष भी है और नकारात्मक पक्ष भी। हमें इसके इस्तेमाल में सतर्कता बरतने की जरूरत है। जदयू के प्रवक्ता नवल शर्मा ने कहा कि सोशल मीडिया की बढ़ती ताकत का असर है कि अरविंद केजरीवाल कम समय से नेता बन कर उभरते हैं और दिल्ली जैसे राज्य में अपनी सरकार बनाने में सफल होते हैं। मीडिया मोर्चा की संपादक लीना ने कहा कि सोशल मीडिया ने अभिव्यक्ति का नया विकल्प दिया है। हम अपनी बातों को कम समय में अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचा सकते हैं। इस माध्यम का अधिकाधिक इस्तेमाल लोगों को करना चाहिए। चितरंजन प्रसाद ने भी सोशल मीडिया के सकारात्मक इस्तेमाल पर जोर दिया।