औरंगाबाद के गंगाबिगहा में चंद्रशेखर आजाद के शहादत दिवस पर उन्हें याद किया गया. हिंदुस्तान समाजवादी छात्र संघ और अखिल हिंद फारवर्ड ब्लाक {क्रांतिकारी} के संयुक्त आयोजन की अद्यक्षता राम गोविंद सिंह ने की.
इस अवसर पर वक्ताओं ने आरोप लगाया कि भारत की सत्ता गोरे अंग्रेजों के चंगुल से निकल कर अब काले अंग्रेजों के पास आ गयी है जो पूंजिपतियों और कार्पोरेट घरानों के सहारे गरीबों और किसानों के शोषण में जुटे हैं. वक्ताओं ने कहा कि क्रांतिकारी शहीद चंद्रशेखर आजाद ने अपनी कुर्बानी इसलिए दी कि इस देश में वैज्ञानिक समाजवाद लाया जा सके लेकिन अभी तक उनका यह सपना पूरा नहीं हुआ है. इस अवसर पर पटना से गये सामाजिक कार्यकर्ता शक्तिमान राही ने कहा कि हमें शहीद चंद्रशेखर आजाद के सपने को पूरा करने की दिशा में काम करना है.
वक्ताओं ने कहा कि वैज्ञानिक समाज वाद कायम करने के लिए हमें उग्र आंदोलन चलाने की जरूत है.
इस सभा में रितेश कुमार, शैलेश कुमार, राधे श्याम सिंह, अजय यादव, गिरधारी प्रसाद मंडल, सर्वोदय प्रकाश शर्मा समेत अनेक लोगों ने अपने विचार रखे. इससे पहले तमाम लोगों ने शहीद चंद्रशेखर आजाद के सम्मान में पुष्प अर्पित किये.