पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने बैंक समेत अन्य लोक कल्याणकारी योजनाओं की तर्ज पर ‘आधार’ को मतदाता सूची से लिंक करने की मांग की है। श्री मांझी ने आज गया में अपने आवास पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अक्सर यह देखा जाता है कि गरीबों का नाम मतदाता सूची में नहीं जुट पाता है। यदि जोड़ा भी जाता है कि तो उनकी संख्या काफी कम है।
उन्होंने कहा कि अन्य मतदाताओं की तरह गरीबों को अपने मताधिकार का प्रयोग करने का अधिकार है लेकिन मतदाता सूची में नाम नहीं होने से वे अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पाते है। हम सरकार से मांग करते हैं कि मतदाता सूची को भी आधार कार्ड से जोड़ा जाए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जन वितरण प्रणाली की दुकानों में आरक्षण दिया जाता है। उसी तरह बालू के ठेके में भी आरक्षण दिया जाए। गरीबों को आरक्षण मिलने से उनका व्यापक विकास होगा। अब निजी क्षेत्रों में भी आरक्षण मिलना चाहिए।
श्री मांझी ने फिल्म ‘पद्मावती’ को लेकर देश भर में जारी विरोध प्रदर्शन को जायज ठहराते हुए सेंसर बोर्ड से पद्मावती पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि फिल्म पद्मावती का विरोध जायज है। रानी पद्मावती देश की वीरांगना थी। उनके चरित्र को दूसरे रूप में दिखाना कहीं से भी सही नहीं है।