बिहार सरकार के पूर्व मंत्री श्रीभगवान सिंह कुशवाहा ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वोट के सौदागार हैं। नीतीश ने लव-कुश समीकरण को ध्वस्त कर दिया और आज कुशवाहा समाज राजनीतिक उपेक्षा का शिकार है। जन अधिकार पार्टी (लो) के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद आज पहली बार आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि जन अधिकार पार्टी के संरक्षक व सांसद पप्पू यादव एक संघर्षशील नेता हैं, लेकिन उस पार्टी में लोकतंत्र का अभाव है।
श्री कुशवाहा ने कहा कि प्रदेश की राजनीति काफी तेजी से बदल रही है। हमने निर्णय लिया है कि हम अपने समर्थकों के साथ 5 जुलाई को राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी में शामिल होंगे। इससे रालोसपा के मजबूत होने के साथ ही एनडीए के अन्य घटक दलों की ताकत बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि समाज का कमजोर और वंचित तबका एनडीए से जुड़ रहा है। एनडीए का लक्ष्य 2019 में केंद्र सरकार में वापस लौटना है।
श्री कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार वोट के सौदागर हैं और अपने लाभ के लिए गठबंधन बनाते हैं। लालू यादव व कांग्रेस के साथ नीतीश ने कुर्सी के लिए गठबंधन बनाया है तो लालू यादव अपने परिवार की राजनीतिक सत्ता बचाये रखने के लिए गठबंधन में शामिल हैं। श्री कुशवाहा ने कहा कि राज्य सरकार सभी मोर्चों पर विफल साबित हो रही है। नीतीश सात निश्चय का झांसा देकर सत्ता में आए हैं, जबकि सात निश्चय की कोई भी योजना वार्डों में नहीं दिख रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरफ विफल साबित हुई है। राज्य में अपराध और भ्रष्टाचार बढ़ रहा है।