बिहरा पुलिस व्यवसायी अपहरण से जुड़ी सीड़ी मीडिया को बांट रही है जो एडिटेड है. आखिर वह क्या दिखाना चाहती है और क्या छुपाना ? क्या वह इसे दिखा कर जांच को कोई और दिशा देने में लगी है.
विनायक विजेता
गुजरात के उद्योगपति हनीफ हिंगोरा के 23 वर्षीय पुत्र सोहैल हिंगोरा के अपहरण मामले की जांच कर रही बिहार पुलिस के अधिकारियों ने शुक्रवार को मीडियाकर्मियों को सीडी उपलब्ध करायी है वह सीडी खुद ही सवाल खड़ा कर रही है।
अपहर्ता गिरोह के सदस्य रंजीत की शादी की रिकार्डिंग से संबंधित इस सीडी में कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं हैं। बस एक जगह दुल्हे के वेश मे रंजीत के साथ स्टेज पर एक युवक दिख रहा है जिसे ही रंजीत का छोटा भाई दीपक माना जा रहा है।
मीडिया को बांटी गई सीडी में काफी ऐडीटिंग की गई और और कई जगह काट-छांट की गई प्रतीत हो रही है।
अब सवाल यह कि आखिर ऐडीट कर काफी संख्या में मल्टीप्लस कॉपी बनाकर मीडिया बांटने के पीछे पुलिस की मंशा क्या है?
क्या बिहार पुलिस ऐसी सीडी बांट यह दर्शाना चाह रही है कि रंजीत की शादी में खाकी और खादी वर्दी वालों का जमावड़ा नहीं था? रंजीत की बारात में लगभग पांच दर्जन गाड़िया थीं पर इस सीडी में कहीं भी उन गाड़ियों का विजुवल नहीं है। इसी तरह एक जगह पंडाल के अंदर दाखिल हो रहे लोगों का विजुअल दिखा तुरंत उसे कट कर दूसरा विजुअल दिखाया गया है। रंजीत के उस रिसेप्शन पार्टी का कहीं कोई विजुअल या फुटेज इस सीडी में नहीं है जिस पार्टी में खादी और खाकी वालों के जमावड़े की बात कही जा रही है।
दो घंटे से अधिक की इस सीडी को देखने से साफ प्रतीत हो रहा है कि सीडी में भयंकर कांट-छांट करने के बाद ही इसे मीडिया में वितरित किया गया।