जनता दल यूनाइटेड के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव के बगावती सुर को देखते हुए पार्टी ने उन्हें राज्यसभा में पार्टी के नेता पद से हटा दिया है। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने आज यहां इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि आर.सी.पी.सिंह को राज्यसभा में जदयू का नेता बनाया गया है ।
उन्होंने कहा कि शरद यादव की मौजूदा गतिविधि को देखते हुए ऐसा करना जरूरी हो गया था । पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संजय झा ने आज सुबह दस बजे उप राष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू से मुलाकात कर पार्टी की ओर से इस संबंध में पत्र सौंपा है। पत्र में सूचित किया गया है कि पार्टी ने राज्यसभा में श्री शरद यादव की जगह आरसीपी सिंह को अपना नेता चुना है।
गौरतलब है कि राज्यसभा में जदयू के 10 सदस्य हैं । राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस से गठबंधन तोड़कर भारतीय जनता पार्टी के साथ सरकार बनाने के नीतीश कुमार के फैसले के बाद से शरद यादव के अलावा दो अन्य सदस्य अली अनवर और केरल के वीरेन्द्र कुमार बागी हो गये । पार्टी ने कल ही श्री अली अनवर को पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने के कारण निलंबित कर दिया था । इस बीच जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने पार्टी के फैसले को सही करार देते हुए कहा है कि शरद यादव पर कार्रवाई करना जरूरी था । वह बेवजह पार्टी के खिलाफ अनाप-शनाप बयान दे रहे थे । दरअसल वह राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की भाषा बोल रहे हैं और लालू प्रसाद यादव के भ्रष्टाचार में उनका साथ दे रहे हैं। ऐसे में पार्टी नेतृत्व ने उनपर कार्रवाई की है, जो बिल्कुल सही है।