जनता दल (यूनाइटेड) के बागी नेता शरद यादव ने आज दावा किया कि उनके नेतृत्व वाला जदयू ही असली है और आने वाले समय में यह सही साबित हो जायेगा । श्री यादव ने नई दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चुनाव आयोग में पार्टी के चुनाव चिह्न आवंटित करने को लेकर मामला अभी चल रहा है और इस संबंध में वकील अधिक जानकारी देंगे। उन्होंने कहा कि वह नीतियों और सिद्धांतों की लड़ाई लड़ रहे हैं और इसे आगे भी जारी रखेंगे।
नीतीश कुमार का नाम लिये बिना उन्होंने कहा कि बिहार में उनके सहयोगियों ने रास्ता बदला है और राज्य के 11 करोड़ लोगों का विश्वास तोड़ा है। जदयू नेता ने कहा कि उन्होंने सिद्धांन्तों से कभी समझौता नहीं किया। उन्होंने हवाला मामले में नाम आने पर तथा आपातकाल के दौरान लोकसभा का कार्यकाल पांच वर्ष से बढ़ाकर छह साल किये जाने के विरोध में लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया था। जीवनभर वह भष्टाचार के खिलाफ लड़ते रहे और कोयला घोटाला, कामवेल्थ गेम घोटाला और टू जी स्पेक्ट्रम घोटाले के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं।
श्री यादव से जब पूछा गया कि पार्टी से अलग होने के कारण उनकी राज्यसभा की सदस्यता समाप्त हो सकती है तो उन्होंने कहा कि हां, सभापति का एक नोटिस आया है। जदयू नेता ने कहा कि उन्होंने संविधान की अनुसूची 10 का उल्लंघन नहीं किया है। कानून अपना काम करेगा । उन्होंने कहा,“पहाड़ से लड़ रहे हैं तो चोट लगेगी ही।”