जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने दिल्ली न्यायिक सेवा की परीक्षा में उत्तीर्ण सभी 600 छात्रों की उत्तर पुस्तिकाओं का पुनर्मूल्यांकन कराने का केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा से आग्रह किया है।
श्री गौड़ा को लिखे पत्र में श्री यादव ने कहा कि न्यायपालिका में कथित भ्रष्टाचार की खबरें रोज आ रही हैं, जिससे आम आदमी का विश्वास न्यायपालिका में कम होता जा रहा है। उन्होंने लिखा है कि न्यायिक सेवा की परीक्षाओं में अनियमितताओं की खबरें केवल दिल्ली में ही नहीं, बल्कि ओडिशा, पंजाब और हरियाणा से भी आ रही हैं और अन्य राज्यों में भी ऐसी अनियमितताओं से इनकार नहीं किया जा सकता।
श्री यादव के अनुसार, कुछ असफल उम्मीदवारों ने अपनी उत्तर पुस्तिकाओं के पूनर्मूल्यांकन की मांग को लेकर उनसे मुलाकात की है। इन लोगों का आरोप है कि कॉपी जांचने वाले न्यायाधीशों ने भाई-भतीजावाद किया है। जद यू प्रमुख ने कहा कि न्यायिक सेवा की परीक्षाओं में कदाचार बढ़ा है और यह लगभग पूरे देश में फैल चुका है। उन्होंने इस पर अंकुश लगाने के लिए कानून मंत्री से प्रयास करने का आग्रह किया।