बिहार में महागठबंधन टूटने और नीतीश कुमार के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार बनने के बाद से नाराज चल रहे जनता दल यूनाइटेड के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव के प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर आने को लेकर सियासी हलचल तेज हो गयी है।
श्री यादव आज से बिहार के तीन दिनों के दौरे पर आ रहे हैं, जिस पर उनकी पार्टी जदयू ने उनके द्वारा पूर्व में लिये गये निर्णय के खिलाफ जाने की बात कही है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एवं विधान परिषद के सदस्य नीरज कुमार ने कहा है कि श्री यादव की बिहार यात्रा से पार्टी को कोई लेना देना नहीं है । उन्होंने कहा कि पार्टी की नीतियां श्री यादव की ही बनायी हुयी हैं। ऐसे में यदि वह नीतियों के पालन से पीछे हटते हैं तो यह गंभीर बात होगी।
वहीं, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि श्री यादव व्यक्तिगत कारणों से बिहार आ रहे हैं। इससे पार्टी को कोई लेना-देना नहीं है । बिहार में जो निर्णय लिये गये हैं वह केवल नीतीश कुमार का नहीं बल्कि पार्टी की पूरी प्रदेश इकाई जिसमें विधान मंडल दल के सदस्य, प्रदेश पदाधिकारी एवं कार्यकारिणी के सदस्य, विभिन्न प्रकोष्ठों के अध्यक्ष तथा जिलाध्यक्ष शामिल है, का निर्णय है ।
श्री यादव आज सुबह पटना हवाई अड्डा पहुंचने के बाद सोनपुर होते हुए मुजफ्फरपुर जायेंगे और इस दौरान वह लोगों से सीधा संवाद कार्यक्रम करेंगे। इसी तरह अगले दिन मुजफ्फरपुर के अलावा दरभंगा और मधुबनी जिले में भी लोगों से संवाद करेंगे । श्री यादव इसके बाद तीसरे और अंतिम दिन मधुबनी, सुपौल, सहरसा और मधेपुरा जिले में आयोजित विभिन्न संवाद कार्यक्रमों में लोगों से रू-ब-रू होंगे ।