नीतीश कुमार के शराबबंदी अभियान और मिशन यूपी को लेकर जदयू के वरिष्ठ नेता और विधान पार्षद रणवीर नंदन का मानना है कि इस अभियान का फायदा आखिरकार जदयू को ही मिलेगा। उनका मानना है कि जदयू के यूपी में प्रमंडलीय राजनीतिक कार्यकर्ता सम्मेलन में जुटने वाली भीड़ यह बताने के लिए काफी है कि लोग शराबबंदी अभियान को स्वीकार रहे हैं और यूपी में शराबबंदी के पक्ष में माहौल बना है।
वीरेंद्र यादव के साथ जदयू विधान पार्षद रणवीर नंदन की बातचीत
उत्तर प्रदेश में नीतीश कुमार के कुर्मीवाद के विपक्षी दलों के आरोप को खारिज करते हुए वे कहते हैं कि शराबबंदी अभियान को सभी जाति, वर्ग और क्षेत्र का सपोर्ट मिल रहा है। शराबबंदी से सभी जाति के लोग लाभान्वित हैं। शराबबंदी के कारण न्यूट्रल वोटर जदयू के साथ हो गया है। चुनाव में इस न्यूट्रल वोटर की बड़ी भूमिका होती है। नीतीश जी, न्यूट्रल तबके के नेता के रूप में उभर रहे हैं। उनकी राष्ट्रव्यापी स्वीकार्यता बढ़ रही है।
रणवीर नंदन ने कहा कि नीतीश कुमार के अभियान से धर्मनिरपेक्ष ताकतों को नयी ऊर्जा मिल रही है, नया विकल्प मिल रहा है। धर्मनिरपेक्ष ताकतों को मजबूत करना ही जदयू का मकसद है। धर्मनिरपेक्ष वोटों के बंटने से जुड़े एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हर पार्टी का अपना एजेंडा होता है, अपनी नीति होती है। उसके अनुरूप वह कार्ययोजना तैयार करती है। इससे किसी को लाभ या हानि का आकलन पार्टी का उद्देश्य नहीं होता है। जदयू भी एक स्वतंत्र पार्टी है और जनाधार बढ़ाना उसका राजनीतिक अधिकार है। पार्टी की नीतियों के प्रति जनमत तैयार करना जदयू की जिम्मेवारी है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव में जदयू के निर्णायक भूमिका हो, यह पूरी पार्टी की मंशा है। पार्टी के नेता से लेकर कार्यकर्ता तक दिनरात जुटे हुए हैं। इसके लिए पूरे उत्त्र प्रदेश अभियान चलाया जा रहा है। बनारस, मिर्जापुर, कानपुर, इलाहाबाद और देवरिया में पार्टी का प्रमंडलीय कार्यकर्ता सम्मेलन में लोगों की बड़ी संख्या में उपस्थिति दिखी, यह पार्टी के बढते जनाधार का प्रमाण है। जदयू नेता का मानना है कि शराबबंदी का व्यापक असर देश भर में पड़ रहा है। इससे नीतीश कुमार की एक नयी छवि बन रही है और इसका लाभ पार्टी नेता नीतीश कुमार और जदयू दोनों को मिलेगा। यही पार्टी की कोशिश है और सभी कार्यकर्ताओं की भी।