हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आज आरोप लगाया और कहा कि प्रदेश में शराबबंदी के नाम पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सिर्फ बेतुकी बात कर अपना चेहरा चमकाने में लगे हैं । श्री मांझी ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बिहार में टॉपर्स घोटाला के बाद कई फर्जीवाड़ा का मामला प्रकाश में आया है । इसी तरह जेल के कक्षपाल पद के लिए होने वाली परीक्षा से पूर्व ही प्रश्नपत्र लीक हो गया ।
उन्होंने कहा कि इस तरह की आयोजित होने वाली परीक्षाओं में सिर्फ पैरवी और पैसे वालों को ही नौकरी मिलती है । पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री कुमार को इन सब बातों पर तनिक भी ध्यान नहीं है । बिहार में विधि-व्यवस्था की स्थिति कैसी है यह किसी से छुपा हुआ नहीं है । कल ही पटना जिले के पुनपुन में एक जमीन विक्रेता की गोली मारकर हत्या कर दी गयी । श्री मांझी ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को राहत देने का ढिंढोरा सरकार ने खूब पीटा लेकिन सच्चाई इसके उलट है । जिनके घर पानी के कारण ढह गयें वे अभी तक भगवान के भरोसे जीने को विवश हैं । उन्होंने कहा कि पीड़ितों के बीच कही पर भी राहत का काम सरकार की ओर से नहीं किया गया है और सिर्फ झूठा दावा किया जा रहा है ।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी तरह प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी का दावा तो किया जा रहा है लेकिन अभी भी शराब जगह-जगह उपलब्ध है । उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि यदि श्री कुमार शराबबंदी का दावा करते हैं तो फिर राज्य में शराब निर्माण की 18 कंपनियों के लाइसेंस का क्यों नवीनीकरण किया गया ।