लोक जनशक्ति पार्टी संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष एवं सांसद चिराग पासवान ने बिहार में पूर्ण शराबबंदी को लेकर राज्य सरकार के दावों पर प्रश्नचिह्न खड़े करते हुए आज कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के तमाम दावों के बावजूद शराबबंदी के मामले में सरकार अबतक विफल साबित हुई है।
श्री पासवान ने पत्रकारों से कहा कि शराबबंदी के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी के नाम पर राजनीति कर रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी का ढिंढोरा पीटते फिर रहे हैं लेकिन उनके अपने प्रदेश में ही हकीकत कुछ और है। राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बाद से मीडिया में लगातार इसकी तस्करी की खबरें सुर्खियां बन रही हैं। तमाम दावों के बावजूद शराबबंदी के मामले मे बिहार सरकार फेल है।
लोजपा सांसद ने कहा कि प्रदेश के सत्तारूढ़ जनता दल यूनाईटेड के एक नेता के घर से शराब बरामद हुआ लेकिन उस नेता पर कानूनी कार्रवाई के बदले शराब बरामद करने वाले उत्पाद अधिकारी को ही उल्टे जेल भेज दिया गया। उन्होंने गोपालगंज कांड की चर्चा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को यह बताना चाहिए कि गोपालगंज में जहरीली शराब पीने से 15 से अधिक लोगों की मौत का जिम्मेवार आखिर कौन है। उन्होंने राज्य में बाढ़ से निपटने के लिए केन्द्र सरकार से मदद नहीं मिलने के महागठंबधन नेताओं के आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि यह आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है, क्योंकि केन्द्र राज्य को हर संभव मदद मुहैय्या कराने को तत्पर है। उन्होंने कहा कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने बिहार को बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए बीस हजार टन से अधिक खाद्यान समेत अन्य मदद दी है।