शराबबंदी हटाने की मांग पर पुलिस द्वारा नीतीश का कड़ा पैगाम
बिहार में शराबबंदी खत्म करने के भाजपा-कांग्रेस की मांग के बीच नीतीश कुमार ने पुलिसकर्मियों को शराब न पीने की फिर से शपथ लेने का आदेश देकर अपना अडिग सन्देश दे दिया है।
बिहार में मद्य निषेध नीति के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए 21 दिसंबर को बिहार के सभी पुलिसकर्मी शराब नहीं पीने की शपथ लेंगे।
पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने आदेश सिया था कि पुलिस विभाग से संबंधित सभी प्रतिष्ठानों में कार्यरत पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों को शराब नहीं पीने के संबंध में पुन: शपथ दिलायी जाए।
इस बीच कांग्रेस विधायक अजित सिंह और उनसे पहले भाजपा सांसद ने राज्य में शराबबंदी कानून हटाने की मांग की थी।
इस बीच नीतीश के आदेश का पालन करते हुए डीजीपी ने सभी वरीय पुलिस अधीक्षक, सभी पुलिस अधीक्षक (रेल सहित) को 21 दिसंबर को दिन के 11 बजे शराब नहीं पीने के लिए शपथ दिलाने का फरमान जारी कर दिया है। इस आदेश से साफ हो गया है कि शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री किसी दबाव को स्वीकार करने के मूड में नहीं हैं।
पुलिस वाले जो शपथ लेंगे उसके तहत वे शराबबंदी को लागू करने के लिए जो भी विधि-सम्मत कार्रवाई अपेक्षित है, उसे करेंगे।
यदि शराब से संबंधित किसी भी गतिविधि में शामिल पाए गए तो नियमानुसार कठोर कार्रवाई का भागीदार बनेंगे। इसके लिए पुलिस मुख्यालय की ओर से शपथ पत्र का प्रारूप भी जारी किया गया है। शपथ पत्र को संबंधित प्रतिष्ठान के वरीय पदाधिकारी प्रमाणित करेंगे
बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद से अबतक तीन बार पुलिसकर्मी शराब नहीं पीने को लेकर शपथ ले चुके हैं। 24 जून 2019, 26 नवंबर 2018 और 5 अप्रैल 2016 को उन्हें शपथ दिलायी गई थी। वहीं, शराबबंदी कानून लागू होने के बाद लापरवाही बरतने और अवैध शराब व्यापार को संरक्षण देने के आरोप में अब तक 430 पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जा चुकी है।