मंगलवार को एक खबर आयी. मोहनिया के एस डी ओ डा0 जीतेन्द्र गुप्ता 80 हजार रूपये घूस लेते हुए निगरानी के हाथों चढ गये. खबर सुनकर सहसा विश्वास नही हुआ. श्री गुप्ता अभी ट्रेनी आईएएस हैं.
अशोक कुमार मिश्रा, टीवी पत्रकार
ट्रेनी आईएएस के बारे में माना जाता है खरा सोना. यानी ऐसा अधिकारी जिसे हर तरह की आग में तप कर निकलना है. लेकिन ये क्या. हमने बचपन से देखा है. हमारे यहां बेगूसराय अनुमंडल में कभी राजबाला वर्मा एस डी ओ हुआ करती थीं. ( अभी झारखंड की मुख्य सचिव हैं) उस समय जिलाधिकारी हुआ करते थे रामसेवक शर्मा. लेकिन पहली दफा बेगूसराय के लोगों को लगा था कि किसी एस डी ओ से पाला पड़ा. हालांकि इस दौरान उन्होनें बेगूसराय टाइम्स जैसे अखबार के दफ्तर पर भी धावा बोला था. लेकिन चाहे आर्थिक अपराधी हो या फिर भ्रष्ट अधिकारी राजबाला जी के नाम से कांपते थे. ऐसे ही एक एस डी ओ हुआ करते थे के के पाठक जो अभी आबकारी बिभाग के प्रधान सचिव हैं. बेगूसराय में उनकी हनक आज भी लोगों को याद है.
एक विधायक जी को तो उन्होनें जीप पर पीछे बैठाया था. रवीन्द्र पवार जैसे अनेकों नाम हैं जिनकी याद अभी भी लोगों के जेहन में है.बिहार मे एक से एक ईमानदार और काबिल आईए एस हुए जिनकी ईमानदारी की लोग कसमें खाते रहे हैं खास कर युवा पीढ़ी की.
लेकिन यह क्या शायद बिहार की यह पहली घटना होगी जब एक बिल्कुल नये आई ए एस अधिकारी का नाम भ्रष्टाचार के घेरे में आया है. आखिर क्या हो रहा है. जिन पर भ्रष्टाचार पर नकेल कसने की जिम्मेदारी है वह ऐसा क्यों कर रहे हैं? क्या आई ए एस की नौकरी पाना ही कम गर्व की बात है. जिस सेवा पर पूरा देश नाज करता हो उसके दामन पर ऐसा दाग, वह भी कोई ट्रक ड्रायवर लगाता हो कितनी शर्म की बात है. (वाया सोशल मीडिया)
लेकिन इस घटना से एक बात तो साफ हुई कि भविष्य में कोई आई ए एस इस तरह के कदम ना उठायें ताकि पूरी बिरादरी को शर्मसार होना पड़े. हम उ्मीद करते हैं कि जीतेन्द्र जी पर लगे दाग धुल जायें. लेकिन इतना जरूर कहेंगें अधिक धन का लालच बुरा इससे तौबा करना ही बेहतर.
[author image=”https://naukarshahi.com/wp-content/uploads/2016/07/ashok.kumar_.mishra.jpg” ]वरिष्ठ पत्रकार अशोक कुमार मिश्रा दो दशक से पत्रकारिता में सक्रिय हैं. फिलवक्त कशिश न्यूज चैनल से जुड़े हैं.इसके पहले वह अनेक न्यूज हाउसेज के अलावा महुआ न्यूज में भी अपनी सेवायें दे चुके हैं.[/author]