शहाबुद्दीन को अपनी जमानत बचाये रखने के लिए 26 सितम्बर को सुप्रीम कोर्ट को जवाब देना है. पर अभी इस बात की पुष्टि नहीं हो पायी है कि अदालत में उनका पक्ष कपिल सिब्बल रखेंगे या राम जेठ मलानी या फिर आपराधिक मामलों के मशहूर वकील अमरेंद्र शरण.
सिब्बल और मलानी दोनों ही बेजोड़ वकील हैं. सिब्बल कांग्रेस के सांसद हैं तो राम जेठ मलानी मई महीने में राजद के राज्यसभा सांसद बने हैं.
कोर्ट ने शहाबुद्दीन को 26 सितंबर तक यह बताने को कहा है कि क्यों नहीं उनकी जमानत रद कर दी जाए? इस बारे में शहाबुद्दीन कानूनविदों की भी राय ले रहे हैं.
मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक शहाबुद्दीन अमरेंद्र शरण के सम्पर्क में भी हैं. वैसे 2010 में राम जेठ मलानी शहाबुद्दीन का केस लड़ चुके हैं.
गौरतलब है कि 7 सितम्बर को पटना हाई कोर्ट ने राजीव रौशन हत्या मामले में जमानत दे दी थी. इस जमानत को बिहार सरकार ने चुनौती दी है. उधर इसी मामले को प्रशांत भूषण से भी चुनौती दिलवाई गयी है.