हत्या मामले में राजद के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के खिलाफ गवाही देने वाले चंदा बाबू का दाव उलटा पड़ गया है. गवाही देने से लगातार अनुपस्थित रहने के कारण सीवान ट्रॉयल कोर्ट ने चंदा बाबू के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी कर दिया है.
नौकरशाही ब्यूरो
गौरतलब है कि ट्रायल कोर्ट ने राजीव रौशन हत्या मामले में विडियो कांफ्रेंसिह से सुनवाई की. शहाबुद्दीन पर तेजकांड के चश्मेदीद गवाह राजीव रौशन की हत्या का आरोप है.
इस मामले में राजीव रौशन के पिता तारकेश्वर प्रसाद उर्फ चंदा बाबू को उपस्थित होना था लेकिन वह नयीं आये. इससे पहले भी कई सुनवाइयों के दौरान गवाही देने के लिए कोर्ट ने उन्हें तलब किया था लेकिन वह उपस्थिति नहीं हुए थे. इस बार जब चंदा बाबू नहीं आये तो अदालत के जज विनोद कुमार शुक्ल ने चंदा बाबू के खिलाफ गौरजमानती वारंट जारी कर दिया.
हालांकि इस मामले में चंदा बाबू का कहना था कि इससे पहले वह गवाही देने के लिए इसलिए उपस्थित नहीं होते थे क्योंकि शहाबुद्दीन सीवान में थे और उन्हें उन से डर था. लेकिन अब शहाबुद्दीन दिल्ली की तिहाड़ जेल में हैं. चंदा बाबू का कहना था कि चूंकि अब शहाबुद्दीन सीवान में नहीं हैं इसलिए वह अगली सुनवाई के दौरान अदालत में पेश होंगे. अगली सुनवाई की तिथि 17 अप्रैल को तय होगी.
ध्यान रहे कि चंदा बाबू के दो बेटों की तेजाब से नहला कर हत्या कर दी गयी थी. हाल ही में शहाबुद्दीन को सीवान जेल से दिल्ली की तिहाड़ जेल में शिफ्ट किया गया था.