सीवान जेल से शहाबुद्दीन को तिहाड़ जेल शिफ्ट करने की तैयारी में डीजीपी मुख्यालय से ले कर सीवान जेल प्रशासन जुटा है. पर कोई यह बताने को तैयार नहीं कि उन्हें कब, कैसे और कहां से दिल्ली रवाना किया जायेगा. प्रशसन इस मामले में इसलिए सतर्क है कि उसे अंदेशा है कि उनके समर्थक हजारों की संख्या में सड़कों पर न आ जायें और कहीं अफरातफरी न फैल जाये.
याद रहे कि इससे पहले जब शहाबुद्दीन भागलपुर जेल से रिहा हुए थे तो उनके स्वागत में सैकड़ों वाहनों का काफिला और हजारों लोग सड़कों पर उतर आये थे. भागलपुर से सीवान तक पड़ने वाले तमाम शहरों में उनके समर्थक सड़कों पर टूट पड़े थे. ऐसे में इसबार जब शहाबुद्दीन को सीवान जेल से दिल्ली की तिहाड़ जेल में शिफ्ट किया जा रहा है तो प्रशासन को अंदेशा है कि उनके समर्थक स्टेशन और ट्रेन तक पहुंच सकते हैं जिसके चलते कानून व्यवस्था की चुनौती खड़ी हो सकती है.
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने शहाबुद्दीन को सीवान से दिल्ली की तिहाड़ जेल में एक हफ्ते के अंदर शिफ्ट करने का आदेश दिया है. अदलात ने आपने आदेश में कहा था कि उन्हें सीवान से दिल्ली शिफ्ट किया जाये और उनकी सुनवाई वीडियो कांफेंसिग से की जाये.
यह माना जा रहा है कि शहाबुद्दीन को ट्रेन से दिल्ली भेजा जायेगा लेकिन अभी यह गोपनीय रखा जा रहा है कि उन्हें सीवान, पाटलिपुत्रा या पटना जंक्शन में से किसी एक स्टेशन से दिल्ली भेजा जा सकता है. इससे पहले उन्हें सीवान जेल से मुम्किन है कि रात में या अहले सुबह निकाला जा सकता है और सीधे स्टेशन पर ले जाया जा सकता है.