पूर्व उप मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी विधानमंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी ने नीतीश सरकार को राष्ट्रीय जनता दल के बाहुबली पूर्व सांसद मो0 शहाबुद्दीन से जुड़े सभी मामलों में ट्रायल की स्थिति को सार्वजनिक करने की चुनौती दी । श्री मोदी ने पटना में कहा कि सरकार मो0 शहाबुद्दीन के मामले में नाटक कर रही है । यदि उसमें हिम्मत है तो वह मो.शहाबुद्दीन से जुड़े तमाम मामलों में ट्रायल की क्या स्थिति है, इसे सार्वजनिक करे।
उन्होंने कहा कि सरकार यह भी बताये कि मो. शहाबुद्दीन को अब तक निचली अदालत से जिन मामलों में जमानत मिली है, उनमें से एक भी मामले को ऊपरी अदालत में चुनौती क्यों नहीं दी गई है । भाजपा नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बतायें कि चंदा बाबू के दो बेटे गिरिश राज और सतीश राज की 2004 में तेजाब से नहला कर की गई हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे मो. शहाबुद्दीन को 02 मार्च, 2016 को उच्च न्यायालय से मिली जमानत के छह महीना बीतने के बावजूद सर्वोच्च न्यायालय में उसे चुनौती देने की हिम्मत क्यों नहीं जुटा पाएं हैं । क्या अब राजीव रौशन हत्याकांड में शहाबुद्दीन को मिली जमानत को चुनौती देने के मामले में ‘कानून अपना काम करेगा’, ‘यह न्यायिक प्रकिया है’, ‘ मामले का अध्ययन किया जा रहा है’ आदि कह कर सरकार नाटक नहीं कर रही है ।
श्री मोदी ने कहा कि तेजाब कांड में सजायाफ्ता मो. शहाबुद्दीन को जमानत इसलिए मिली कि सरकार ने किसी बड़े वकील को खड़ा कर उसका विरोध नहीं किया। सरकार के सहयोग से ही राजीव रौशन हत्याकांड में मो. शहाबुद्दीन को 07 सितम्बर को हाईकोर्ट से जमानत मिली। उन्होंने कहा कि आठ दिन बाद भी सर्वोच्च न्यायालय में जमानत को चुनौती देने के बजाए सरकार के विधि मंत्री कह रहे हैं ‘ इस मामले में मैं बोलने में सक्षम नहीं हूं।’