बिहार विधान परिषद में आज मुख्य विपक्षी भाजपा सदस्यों ने कई आपराधिक मामलों में कारागार में बंद राजद के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन से राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री के जेल के अंदर मिलकर दरबार लगाने पर उनकी (मंत्री) बर्खास्तगी की मांग को लेकर भारी शोरगुल और नारेबाजी की, जिसके कारण सदन की कार्यवाही भोजनावकाश से पूर्व स्थगित करनी पड़ी ।
सभापति अवधेश नारायण सिंह के आसन ग्रहण करते ही भाजपा के मंगल पांडेय ने इस मामले को उठाया । उन्होंने कहा कि सीवान मंडल कारागार में रंगदारी, अपहरण और हत्या जैसे संगीन मामलों में बंद मोहम्मद शहाबुद्दीन के साथ प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री अब्दुल गफूर और सत्तारूढ़ दल के विधायक का जेल के अंदर मिलना एवं जेल प्रशासन द्वारा उनकी आवभगत करना सरकार और अपराधी के गठजोड़ का उदाहरण पेश करता है ।
उधर विधानसभा में भी भाजपा के सदस्यों ने हत्या के आरोप में उम्र कैद की सजा काट रहे राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व सांसद मो.शहाबुद्दीन से जेल में मुलाकात करने वाले राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री अब्दुल गफूर के इस्तीफे की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया ।
विधानसभा में कार्यवाही शुरु होते ही नेता प्रतिपक्ष डा. प्रेम कुमार ने कहा कि राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जेल नियमावली का उल्लंघन कर एक सजायाफ्ता के साथ जेल में दरबार लगा रहे है । सरकार बताये कि अब कहा है कानून का राज । उन्होंने कहा कि यह गंभीर मामला है । मंत्री इस्तीफा दे अन्यथा मुख्यमंत्री उन्हे मंत्रिमंडल से बर्खास्त करें ।