कैमूर की डिप्टी कोलेक्टर श्वेता मिश्रा को बिहर कैबिनेट ने बर्खास्त कर दिया है. अमूमन अफसर अनियमितता मामले में बर्खास्त होते हैं. श्वेता पर अनियमितता के आरोप नहीं लगे तो उनकी शादी उनकी बर्खास्तगी का कारण तो नहीं बन गयी?
नौकरशाही न्यूज
कैबिनेट सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने महज इतनी सूचना दी की श्वेता की बर्खास्तगी को कैबिनेट ने स्वीकृति दे दी है.
नौकरशाही डॉट इन इस खबर के बाद यह जानने के प्रयास में लगा कि आखिर श्वेता क्यों बर्खास्त हुईं. तत्काल कहीं कोई सुराग नहीं मिला. नेट पर उनके बारे में बस इतनी खबर थी कि वह जब 2013 में छपरा में उपसमाहर्ता के पद पर थीं तो उन्होंने एक उत्तरप्रदेश की अल्पना त्रिपाठी और अम्बरीश त्रिपाठी के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करायी थी. बताया जाता है कि श्वेता खुद उत्तर प्रदेश की हैं. श्वेता ने अम्बरीश और अल्पना पर घर में घुस कर मार पीट करने, जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज कराया था. सूत्र बताते हैं कि श्वेता बिहार प्रशासनिक सेवा के लिए चुने जाने के पहले शिक्षिका थीं.
वह पहले से शादीशुदा थीं. सूत्र की मानें तो प्रशासनिक सेवा में आने के बाद श्वेता ने दूसरी शादी कर ली. खबर यह है कि उन्होंने दूसरी शादी एक नौकरशाह से की जो खुद पहले से शादीशुदा थे. श्वेता और उनके दूसरे पति के पहले से शादीशुदा होना ही उनके जाब के लिए चुनौती बनने लगी. माना जा रहा है कि श्वेता के पहले पति और उनके नये पति की पत्नी ने कानून का सहारा लिया. इसकी शिकायत बिहार सरकार में की गयी. जांच पडताल में श्वेता का पक्ष कमजोर निकला. पहले पति के होते हुए दूसरी शादी करना सेवा संहिता के अनुकूल नहीं था.
कुछ सूत्र बताते हैं कि जिस नौकरशाह से श्वेता ने शादी की उनकी पहली पत्नी ने सारे साक्ष्य जुटाये. इधर श्वेता के पहले पति ने भी कानूनी दबिश दी.