पूर्व केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री कपिल सिबल ने स्मृति ईरानी पर प्रहार करते हुए कहा है कि वह आरएसएस की नीतियों को लागू करने के एजेंडे पर काम कर रही हैं.
सिबल ने कहा कि संघी मानसिकता के लोगों को देश के विश्वविद्यालयों में कुलपति नियुक्त करके देश के माहौल को बिगाड़ा जा रहा है. उन्होंने कहा कि ऐसा करके पाठ्यक्रमों से छेड़-छाड़ किया जा रहा है.
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए सिबल ने कहा कि नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली सरकार दक्षिणपंथी विचारों को बढ़ा देने में लगी है. उन्होंने कहा कि इसी मंशा से इतिहास की पुस्तकों को बदला जा रहा है.
उन्होने कहा कि इसी रणनीति के तहत राजस्थान में कक्षा आठ की पुस्तक से जवाहर लाल नेहरू पर केंद्रित चैप्टर को हटाया गाया. सिबल ने कहा कि जब हम सत्ता में थे तो क्या हमने किसी खास विचार धारा के लोगों को शैक्षणिक संस्थाओं में बाहल किया?
सिबल ने कहा कि इस सरकार में हमारे देश की शिक्षा और संस्कृति पर खतरे का बदल मंडरा रहा है.