समस्तीपुर जिले के मोरबा प्रखंड की मुख्य साधन सेवी (के.आर.पी ) पिंकी कुमारी की मौत के मामले में सरकार ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (साक्षरता) कुमारी संध्या समेत शिक्षा विभाग के तीन अधिकारियों को कर्तव्य में लापरवाही बरतने के आरोप मे निलंबित कर दिया गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एक जुलाई को बकाये मानदेय के भुगतान की मांग को लेकर अनशन कर रही मुख्य साधन सेवी पिंकी कुमारी की मृत्यु हो गई थी । इस मामले को शिक्षा विभाग, बिहार ने गंभीरता से लेते हुए समस्तीपुर के जिलाधिकारी प्रणव कुमार को घटना की जाँच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया था। सूत्रों ने बताया कि जिलाधिकारी ने अनशनकारी के.आर.पी. पिंकी कुमारी की हुई मौत के मामले में शिक्षा विभाग के छह अधिकारियों और कर्मियों को दोषी पाते हुए उनके विरूद्व विभाग को रिपोर्ट भेजी थी ।
जिलाधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर शिक्षा मंत्री डा.अशोक चौधरी ने समस्तीपुर की जिला कार्यक्रम पदाधिकारी(साक्षरता) कुमारी संध्या,कार्यक्रम पदाधिकारी(पीओ) विनय कुमार और तत्कालीन जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) वीरेन्द्र कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया है जबकि मुख्य साक्षरता समन्वयक राकेश कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। निलंबित अधिकारियों पर विभाग द्वारा करीब 19 लाख रुपये दिये जाने के बाद भी समस्तीपुर जिले के मुख्य साधन सेवियों को भुगतान नहीं करने समेत कई अन्य गंभीर आरोप है।