पूर्व उप मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यह अहसास हो गया है कि इस बार सत्ता में उनकी वापसी नहीं होने वाली है। इसीलिए वे कार्यकाल के अंतिम चंद दिनों में भी शिलापट्ट पर नाम अंकित कराने के लिए परेशान हैं।
श्री मोदी ने सोशल नेटवर्किंग साईट फेसबुक पर लिखा है कि मुख्यमंत्री श्री कुमार को बताना चाहिए कि जब प्रधानमंत्री ने बिहार के लिए घोषित 165 लाख करोड़ के विशेष मेगा पैकेज में महात्मा गांधी सेतु के समानान्तर छह लेन वाले एक नए पुल के निर्माण के लिए पांच हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया है तो फिर एडीबी से 3 हजार करोड़ रूपये का कर्ज लेने और राज्यकोष से दो हजार करोड़ रूपया खर्च करने का क्या औचित्य है । भाजपा नेता ने कहा कि निर्माण के लिए अभी टेंडर तक फाइनल नहीं हुआ है लेकिन श्री कुमार चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले आनन-फानन में महात्मा गांधी सेतु के समानान्तर गंगा नदी पर प्रस्तावित कच्ची दरगाह से बिदुपुर के बीच बनने वाले पुल के शिलान्यास के लिए बेताब है। उन्होंने कहा कि एडीबी से मिलने वाला 3 हजार करोड़ रूपया अनुदान नहीं बल्कि कर्ज है जिसे आने वाली सरकार को ब्याज समेत वापस करना पड़ेगा।