समाजवादी पार्टी में जारी अंतर्कलह एक बार फिर उभरकर सामने आया है. कानपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पूरी मजबूती के साथ कहा कि मुख्तार अंसारी किसी भी सूरत में पार्टी का हिस्सा नहीं बनेंगे.
प्रभात खबर के अनुसार अखिलेश के इस बयान से कुछ ही देर पहले उनके चाचा और सपा नेता शिवपाल यादव ने उसी कार्यक्रम में यह कहा कि कौमी एकता दल का सपा में विलय होना तय है. उन्होंने यह भी कहा था कि नेताजी इसके लिए तैयार है और अंतिम निर्णय वही करेंगे.
शिवपाल के इस बयान के बाद भी अखिलेश का यह कहना कि मुख्तार अंसारी सपा का हिस्सा नहीं बनेंगे, इस बात को साफ करता है कि इस मुद्दे पर चाचा-भतीजे में तनाव बरकरार है. हालांकि शिवपाल यादव ने इस बात को नकारा कि उन्होंने इस्तीफे की पेशकश की थी.
उन्होंने यह भी कहा कि अखिलेश ही पार्टी का चेहरा होंगे और किसी भी अपराधी प्रवृत्ति के व्यक्ति को टिकट नहीं दिया जायेगा.
गौरतलब है कि पिछले महीने भी राजनीतिक गलियारों में कौमी एकता दल के विलय को लेकर चाचा-भतीजे में तनाव की खबरें आती रहीं. खुद मुलायम सिंह ने 15 अगस्त को इस मुद्दे को सार्वजनिक करते हुए कहा था कि शिवपाल इस्तीफा देना चाहते हैं लेकिन उनके जाने से पार्टी को भारी नुकसान होगा.
नाराज शिवपाल को मनाने और डैमेज कंट्रोल के लिए मुलायम के आदेश पर अखिलेश और शिवपाल एक मंच पर भी आये थे.