शिवसेना के 11 सांसदों द्वारा रोजे के दौरान जबरदस्ती एक मुस्लिम कर्मी के मुंह में रोटी ठूंसने का मामला सामने आया है.’द इंडियन एक्सप्रेस’ ने इस सनसनीखेज मामले का खुलासा किया है.
अखबार के मुताबिक, महाराष्ट्र सदन में महाराष्ट्र का व्यंजन न परोसे जाने से नाराज शिवसेना के 11 सांसदों ने कैटरिंग सुपरवाइजर अरशद के साथ बुरा व्यवहार किया. घटना के दिन अरशद रोजे से थे.
सांसदों के इस बुरे व्यवहार के विरोध में कैटरिंग का जिम्मा संभाल रही आईआरसीटीसी ने सदन में अपनी सेवाएं बंद कर दी.
महाराष्ट्र सरकार ने मामले में जांच कर जरूरी कदम उठाने की बात कही है. हालांकि शिवसेना सांसदों ने अरशद के आरोप को गलत बताया.
17 जुलाई को आईआरसीटीसी के डिप्टी जीएम शंकर मल्होत्रा ने महाराष्ट्र रेसीडेंट कमिश्नर बिपिन मलिक को लिखे ई-मेल में कहा, महाराष्ट्र सदन में हुई एक मीटिंग में सांसदों को कैटरिंग, हाउसकीपिंग की दिक्कतें थीं. इन लोगों को ये दिक्कतें बीते कई महीनों से महाराष्ट्र सदन में हो रही थीं.
मल्होत्रा ने ई-मेल में लिखा, गुस्साए सांसदों ने कैटरिंग सुपरवाइजर अरशद को रोजे में जबरदस्ती रोटियां खिलाने की कोशिश की. अरशद के साथ जिस वक्त यह व्यवहार किया जा रहा था, उसने उस वक्त अपनी वर्दी और नेम प्लेट लगा रखी थी. आईआरसीटीसी की ओर से जिन 11 सांसदों पर बदसलूकी का आरोप लगाया गया है, उनमें संजय राउत, आनंद राव अदसुल, रंजन विचारे, अरविंद सावंत, हेमंत गोडसे, क्रुपल टुमाने, रविन्द्र गायकवाड, विनायक राउत, शिवाजी पाटिल, राहुल शेवाले और श्रीकांत शिंदे के नाम शामिल हैं.