पटना नगर निगम के कमिशनर शीर्षत कपिल अशोक को पद से हटा दिया गया है. ऐसे समय में अशोक हटाये गये हैं जब पटना में मानसूनी बारिश शबाब पर है और नालों में जाम की स्थिति है.
नौकरशाही ब्यूरो
शीर्षत कपिल अशोक को हटा कर अभिषेक सिंह को निगमायुक्त की जिम्मेदारी सौंपी गयी है.
पटना के नगरनिगम आयुक्त का पद हमेशा विवादों से घिरा रहता है. कभी मेयर और आयुक्त के आपसी विवाद के चलते नगर निगम में अफरातफरी का माहौल रहता है तो कभी मेयर और निगमायुक्त के आपसी टकराव से राज्य सरकार को तो कभी अदालत तक को हस्तक्षेप करना पड़ता है. लेकिन अशोक को ऐसे समय में निगमायुक्त के पद से हटाया गया है जब शहर में मानसूनी बारिश के कारण जल जमाव, नालों में जाम की स्थिति और सफाई की घोर समस्या की संभावना है.
दर असल शर्षत कपिल अशोक पिछले कई महीनों से यह शिकायत करते रहे थे कि उनके ऊपर काम का काफी दबाव है और उन्हें बएक वक्त अनेक जिम्मेदारियां निभानी पड़ रही हैं. इस आशय का पत्र उन्होंने आला अधिकारियों को पहले भी लिखा था.
हालांकि अंदर के सूत्रों का मानना है कि अशोक को इस पद से इस लिए हटाया गया है ताकि राज्य सरकार बरसात के मौसम में कोई रिस्क नहीं लेना चाहती. आम तौर पर बरसात के मौसम में पटना के अनेक इलाकों में जल जमाव की भयावह स्थिति हो जाती है.
ऐसे में विपक्ष को सत्ता पक्ष पर प्रहार करने का मौका मिल जाता है. इसलिए माना जा रहा है कि राज्य सरकार ने अभिषेक सिंह को नयी जिम्मेदारी सौंप कर उन से उम्मीद कर रही है कि वह शीर्षत कपिल अशोक की तुलना में अच्छा काम करके दिखायेंगे.
हालांकि अशोक को पटना नगर निगम में विभिन्न पदों पर काम करने का अनुभव था. वह फरवरी 2015 में नगर आयुक्त बनाये जाने के पहले अपर आयुक्त के पद पर थे. लेकिन जिस तरह से उन्होंने निगम के काम को अंजाम दिया है उससे सरकार संतुष्ट नहीं दिख रही है.