बाबाओं की शरण में जाना अनेक नेताओं की आस्था का मामला है. लेकिन इस मामले में नीतीश कुमार पर पत्थर चलाने वाले यह भूल गये कि पीएम नरेंद्र मोदी खुद शीशे के घर में रहते हैं.
पिछले दिनों सोशल मीडिया पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार का वीडियो आया जिसमें वह एक तांत्रिक के पास बैठे हैं और तांत्रिक उन्हें गले लगा रहा है और आशीर्वाद दे रहा है. इस वीडियो पर भाजपा के नेताओं ने एक के बाद एक हल्ला मचाना और नीतीश को घेरना शुरू कर दिया. इतना ही नहीं रविवार को खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने इसके लिए नीतीश कुमार को घेरा.
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इस वीडियो के सार्वजनिक होने के बाद नीतीश ने स्वीकार किया कि अस्सी साल के बुजुर्ग अगर आशीर्वाद देते हैं तो इसमें शोर मचाने की क्या जरूरत है. नीतीश ने कहा कि दर असल भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के पास कोई इश्यु नहीं है तो ऐसे इश्यु को हाइलाइट करने में लगे हैं.
लेकिन इन तस्वीरों में देखा जा सकता है कि नरेंद्र मोदी अपने जीवन के अलग-अलग पीरियड में बाबाओं के शरण में जाते रहे हैं. चकित करने वाली बात तो यह है कि इन तस्वीरों में दो ऐसे बाबा हैं जो अलग-अलग सेक्स स्कैंडल के आरोपी हैं, पहली तस्वीर में स्वामी नित्यानंद के सामने मोदी ने सर झुका रखा है.
अभी हाल ही की बात है कि यह वही स्वामी नित्यानंद हैं जिन्हें दक्षिण भारतीय चैनल ने एक तमिल अभिनेत्री के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखाया था. उसके बाद यह बाबा फरार हो गये थे. इसी प्रकार स्वामी आशा राम बापू के सामने भी पीएम मोदी मौजूद हैं. आशाराम बापू अपने कारनामों के कारण इन दिनों जेल में बंद हैं.