मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सर्वंशदानी दशमेश गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के 350वें प्रकाश पर्व के शुकराना समारोह का आज यहां उद्घाटन किया। श्री कुमार ने राजधानी पटना के बाईपास स्थित टेंट सिटी के दरबार हॉल में शुकराना समारोह का विधिवत उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद तख्त श्रीहरिमंदिर, पटना साहिब की ओर से मुख्यमंत्री को सरोपा, गुलदस्ता और प्रतीक चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री ने ‘वाहे गुरु जी का खालसा, वाहे गुरु जी की फतेह’ पंक्ति से अपने संबोधन की शुरूआत करते हुए शुकराना समारोह में शरीक होने के लिये देश-दुनिया के विभिन्न हिस्सों से आये सिख श्रद्धालुओं को नमन एवं अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि मैं अपना सौभाग्य मानता हूँ कि सर्वंशदानी दशमेश गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के 350वें प्रकाश पर्व का आयोजन एवं उसके शुकराना समारोह का आयोजन करने का मौका हमें मिला है। यह हम सब लोगों का धर्म और कर्तव्य है। गुरू की जन्म स्थली पटना साहिब है और यहां भव्य तरीके से प्रकाश पर्व का आयोजन हो रहा है इसलिए हमें गर्व की अनुभूति हो रही है। यह हम सब बिहारवासियों के लिए भी गौरव की बात है।
श्री कुमार ने कहा कि प्रकाश पर्व के जरिए सेवा करने का अवसर मिला है और हम पूरी तन्मयता से श्रद्धालुओं की सेवा कर रहे हैं लेकिन उससे ज्यादा महत्वपूर्ण बात यह है कि इसके जरिए हमें गुरु की सेवा करने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि प्रकाश पर्व के आयोजन से पूर्व देश-विदेश में बिहार की एक अलग छवि थी लेकिन 350वें प्रकाश पर्व में जो श्रद्धालु बिहार आए और यहां जो उन्होंने देखा और समझा, उसके बाद लोगों का बिहार आने का सिलसिला शुरु हो गया। 350वें प्रकाश पर्व में बिहारवासियों की सेवा भावना देखकर आने वाले श्रद्धालुओं की न सिर्फ सोच बदली बल्कि बिहार के प्रति उनकी जो सोच थी, वह भी बदल गई। इसके बाद तय किया गया कि प्रकाश पर्व का शुकराना समारोह कर लोगों का शुक्रिया अदा करेंगे।