श्याम रजक ने इस व्यक्ति को देशद्रोही और नरपिशाच कहा. वह इस व्यक्ति पर इतने क्रोधित क्यों हैं.
दर असल जनता दल यू के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री श्याम रजक देवकीनंदन ठाकुर नामक इस व्यक्ति को देशद्रोही और नरपिशाच इसलिए कह कर अपना क्रोध निकाला है क्योंकि देवकी नंदन ठाकुर देश की संसद को चुनौती देरहे हैं. कह रहे हैं कि अगर अगले दो महीने में एससी-एसटी एक्ट को सुप्रीम कोर्ट के पुराने आदेश के अनुसार नहीं बदला गया तो वह ऐसा कर दिखाएंगे जो देश के इतिहास में कभी नहीं हुआ.
मालूम हो कि पिछले दिनों सवर्णों द्वारा भारत बंद का आह्वान किया गया था जिस के समर्थन में सबसे मुखर आवाज देवकीनंदन ठाकुर नामक इस व्यक्ति ने उठाई थी.
सवर्णों का भारत बंद यह भारत बंद नहीं बल्कि दलितों-पिछड़ों के प्रति सवर्णवादी घृणा की पराकाष्ठा थी
देवकी नंदन ठाकुर एक कथा वाचक हैं. श्याम रजक ने कहा कि ऐसी भाषा किसी देश भक्त या कथावचक की नहीं हो सकती बल्कि ऐसी भाषा तो देशद्रोही या नरपिशाच की हो सकती है. रजक ने कहा कि इसलिए देवकीनंदन ठाकुर जैसे लोगों को कथावाचक की जगह ‘नर पिशाच’ कहा जाय तो ज्यादा उचित होगा। ऐसे लोग देशद्रोही हैं जो समाज में अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, इसपर सख्त से सख्त करवाई होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इधर करीब 1 वर्षों से जिस तरह की बातें हो रही है, उससे साफ तौर पर किसी न किसी साजिश की बू आती है। कहीं यह फिर से वही मनुकाल स्थापित करने की साजिश तो नहीं हो रही है जिसमें दलित का काम बस सेवा करना था और उन्हें शस्त्र और शास्त्र से वंचित रखा गया था। कहीं इसी तरह ही मानसिकता का उपार्जन तो नहीं हो रहा है। अगर ऐसा है तो यह चिंता का विषय है, इसपर समाज के सभी तबकों को विचार करने की जरूरत है।