पटना के एसके मेमोरियल हॉल में भाजपा की ओर से आयोजित श्रीबाबू के जयंती समारोह में बिहार सरकार और पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर तीर चलाये गये। एक आरे जहां सरकार में भूमिहारों की उपेक्षा का आरोप लगाया गया, वहीं नीतीश कुमार पर रिमोट कंट्रोल से सरकार चलाने का आरोप भी लगा। इस समारोह में भाजपा के सभी बड़े नेता मौजूद थे। समारोह का उद्घाटन रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने किया। उन्होंने कहा कि बिहार के नवनिर्माण में श्रीबाबू का योगदान अतुलनीय है। उनके सपनों का साकार करना हम सबकी जिम्मेवारी है।
इस मौके पर भाजपा विधानमंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि सरकार से भाजपा के अलग होने के बाद राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बदतर हो गयी है। अपराधियों पर अंकुश प्रशासन का नहीं है। विधान सभा में विपक्ष के नेता नंद किशोर यादव ने कहा कि भ्रष्टाचार को रोकने में राज्य सरकार विफल साबित हो रही है। प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा कि भाजपा श्रीबाबू के सपनों को पूरा करने के लिए वचनबद्ध है। इस मौके पर सांसद रामकृपाल यादव, सीपी ठाकुर, अश्विनी चौबे, भोला सिंह, पूर्व सांसद शाहनवाज हुसैन व सूरजभान सिंह, पूर्व मंत्री चंद्रमोहन राय समेत बड़ी संख्या में पार्टी के नेता मौजूद थे।
कार्यक्रम का आयोजन श्रीकृष्ण सिंह जयंती समारोह समिति ने किया था। इसके संयोजक पूर्व विधान पार्षद विवेक ठाकुर थे, जो सीपी ठाकुर के पुत्र हैं। उनकी ही पहल पर भाजपा की ओर से बड़े पैमाने पर श्रीबाबू की जयंती मनाने का निर्णय लिया गया था। इस कार्यक्रम में भाजपा के कई असंतुष्ठ नेता भी शामिल थे। कार्यक्रम का मकसद भूमिहार वोटों को भाजपा के साथ जोड़ने की कोशिश माना जा रहा है।