जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वाराणसी के पिंडरा में रैली कर ‘मिशन यूपी’ की शुरुआत की। भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री भाजपा शासित राज्यों में शराब पर पाबंदी क्यों नहीं लगाते। उन्होंने कहा कि हम संघ मुक्त भारत और शराब मुक्त समाज चाहते हैं। सभा को जदयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव, सांसद आरसीपी सिंह और केसी त्यागी ने भी संबोधित किया।
बनारस की सभा में निशाने पर रही भाजपा
सभा को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव के दौरान देश की जनता से वादा कहा था कि 100 दिनों के अंदर कालाधन वापस ले आयेंगे। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। उन्होंने संघ पर निशाना साधते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के लोगों ने आजादी की लड़ाई में भूमिका नहीं निभाई है और आज देशभक्ति की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि आप तिरंगा का नाम लेने लगे, हमारे लिए खुशी की बात है क्योंकि आप तिरंगा के हिमायती तो थे नहीं, भगवा के हिमायती हैं। नीतीश ने कहा कि बिहार चुनाव से पहले हमने जदयू, राजद और कांग्रेस को मिलाकर महागठबंधन बनाया। भाजपा के नेताओं ने राजद व कांग्रेस के साथ जदयू के साथ आने पर हमारा मजाक उड़ाया करती थी। नतीजा आज सबके सामने है और बिहार में महागठबंधन की सरकार है।
बिहार में शराबबंदी के बाद के प्रभावों का जिक्र करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में शराब बंदी का असर है कि अब तो पीने वाले भी खुश है। उन्होंने कहा कि शराब बंदी को लेकर वह देश के अन्य राज्यों में चलाये जाने वाले अभियान में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी सफल रही है। अब समय आ गया है कि दूसरे राज्य भी शराबबंदी को अमल में लाएं।