राजधानी पटना की कानून व्यवस्था पर एक बार फिर सवालिया निशान लग गया है। यह सवाल किसी अपराधी की करतूतों के कारण नहीं, बल्कि केंद्रीय कारा बेऊर में तैनात एक पुलिसकर्मी की बददिमागी के कारण लगा है। हालांकि अब स्थिति सामान्य बतायी जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, केन्द्रीय आदर्श कारा बेऊर में आज ड्यूटी पर तैनात एक जवान ने गोलियां चलायी, जिसमें कारा अधीक्षक और जेलर बाल-बाल बच गये। इस बीच आरोपी जवान की पत्नी ने बताया कि मिंज कुछ दिनों से मानसिक रुप से विक्षिप्त चल रहा है।
जेल सूत्रों ने यहां बताया कि कारा के अधीक्षक शिवेन्द्र प्रियदर्शी और जेलर अमरजीत सिन्हा अन्य दिनों की तरह जब परिसर में राउंड लगा रहे थे, तभी वॉच टावर संख्या सात पर तैनात संतरी पौंड्रिक मिंज ने अचानक गोलियां चलायी। इसी दौरान प्रियदर्शी और सिन्हा जब जवान को समझाने नजदीक पहुंचे, तब उसने एक बार फिर गोलियां चला दी। इस घटना में जेल के दोनों अधिकारी बाल-बाल बच गये। इस दौरान अन्य वॉच टावरों पर तैनात संतरी समेत अन्य सुरक्षाकर्मी जैसे ही मिंज को दबोचने के लिए आगे बढ़े, तब जवान ने एक फिर से गोली चला दी। संतरी के गोली चलाये जाने से जेल में अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी।
घटना की सूचना मिलते ही वरीय पुलिस अधीक्षक जीतेन्द्र राणा के साथ फुलवारी और बेऊर थाना की पुलिस मौके पर पहुंच कर छानबीन शुरु कर दी है। गोली चलाने वाले जवान को काबू में कर लिया गया है। पटना के जिलाधिकारी अभय कुमार सिंह ने कहा कि अब स्थिति नियंत्रण है। उन्होंने कहा कि जेल के अंदर का मामला जेल प्रबंधन का होता है। फिर भी प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है।